Move to Jagran APP

मोसुल में लड़ाई जारी, बचने के लिए नागरिकों को ढाल बना रहा आइएस

मोसुल पर किए गए निर्णायक हमले के बाद करीब बीस गांवों को आईएस आतंकियों से मुक्‍त करवा लिया गया है। आतंकी खुद को बचाने के लिए नागरिकों को ढाल की तरह इस्‍तेमाल कर रह हैं।

By Kamal VermaEdited By: Published: Wed, 19 Oct 2016 08:01 AM (IST)Updated: Wed, 19 Oct 2016 12:26 PM (IST)
मोसुल में लड़ाई जारी, बचने के लिए नागरिकों को ढाल बना रहा आइएस

बगदाद (एएफपी)। इराक के सबसे बड़े शहर मोसुल को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के चंगुल से छुड़ाने के लिए जारी लड़ाई में इराकी फौज आतंकियों पर भारी पड़ रही है। जानकारी के मुताबिक करीब 20 गांवों को आईएस के चंगुल से मुक्त भी करवा लिया गया है। इस निर्णायक युद्ध में आतंकी अपनी जान बचाने के लिए नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आईएस के शीर्ष नेता और विस्फोटक सामग्री बनाने वाला मुख्य एक्सपर्ट समेत हजारों आतंकी मोसुल में मौजूद हैं और इस शहर पर गठबंधन सेनाओं के कब्जे के लिए किए जाने वाले किसी भी जमीनी हमले के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। मोसुल में अभी भी 15 लाख लोग रहते हैं।

loksabha election banner

रासायनिक हमलों का इस्तेमाल कर सकता है आईएस

अमेरिका को इस बात की भी आशंका है कि खुद को पिछड़ते देख इस्लामिक स्टेट रासायनिक हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकता है। अमेरिका के मुताबिक आईएस के बाद इस तरह की तकनीकी सुविधा भी मौजूद है। हालांकि उसके पास इस तरह के खतरनाक हथियार सीमित मात्रा में ही मौजूद हैं। मोसुल पर हमले से पूर्व से ही अमेरिका इस पर नजर रखे हुए है। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने कहा है कि वह आतंकियों द्वारा केमिकल हमले की आशंका के मद्देनजर लोगों के लिए गैस मास्क तैयार कर रहा है. उल्लेखनीय है कि इराकी कुर्दिश फौजों पर आतंकी पहले भी ऐसे हथियारों से हमले कर चुके हैं। मोसुल में छिड़ी लड़ाई से पहले ही काफी संख्या में स्थानीय लाेेगों ने यूएन के शिविरों में शरण ले ली है।

इराक: मोसुल पर हमले में इराकी फौज का साथ देगी आस्ट्रेलिया की सैन्य टुकड़ी

मोसुल के कुछ दूरी पर इराकी फौज

स्थानीय लोगों के मुताबिक अभी इराकी फौज शहर से 20-30 किमी दूर हैं और करीब 100 परिवारों ने हमले के लिहाज से सर्वाधिक खतरे वाले दक्षिण और पूर्वी हिस्से से हटकर शहर के मध्य हिस्सों में जाना शुरू कर दिया है। आईएसआईएस के आतंकी लोगों को मोसुल से भागने से रोक रहे हैं और एक शख्स ने तो बताया कि आतंकी उन इमारतों में रहने के लिए नागरिकों से कह रहे हैं जिनमें वे खुद अभी तक रह रहे थे। वहां रहने वाले एक स्थानीय निवासी अबू माहिर ने बताया कि अब एकदम स्पष्ट है कि आईएसआईएस ने लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है और उन इमारतों में लोगों को रहने की अनुमति दी जा रही है, जिन पर हवाई हमला हो सकता है।

'वंंडर वूमेन' के इस्तेमाल पर हो रही UN की जमकर खिंचाई

इराकी पीएम का मोसुल में अंतिम जंग का एलान, कहा-जल्द मनाएंगे जीत का जश्न

निर्णायक युद्ध

मोसुल में पिछले 13 वर्ष में यह दूसरी सबसे ब़़डी सैन्य कार्रवाई है। शहर में आईएस के खिलाफ निर्णायक मानी जा रही इस कार्रवाई में इराक व गठबंधन सेना के 94 हजार सैनिक व 90 ल़़डाकू विमान शामिल हैं। ऐसा अनुमान है कि यह अभियान कई महीनों तक जारी रह सकता है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अभियान के पांचवें या छठें दिन तक 10 लाख लोग शहर छोड़कर भाग सकते हैं। वर्तमान में 15 लाख लोग मोसुल में रह रहे हैं।

मोसुल हमले पर समर्थन में आए ये देश
- अमेरिका ने हवाई हमले के साथ पांच हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात कर दिए।
- फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा समेत कई प्रमुख देशों से सैनिक इस अभियान का हिस्सा हैं।
- अमेरिकी गठबंधन के विमानों ने आईएस के 17 ठिकानों पर किए हमले
- तुर्की के विमान भी जु़़डे सैन्य अभियान में
- ऑस्ट्रेलिया के 780 सैनिक भी शामिल होंगे। छह ल़़डाकू विमान करेंगे हवाई हमले
- ब्रिटिश ल़़डाकू विमान व ड्रोन ने किए मिसाइल, बम हमले

तस्वीरों में देखें: मोसुल में IS आतंकियों पर भारी पड़ रही इराकी फौज

मासुल से संबंंधित सभी खबरों को पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.