हाफिज सईद ने लाहौर से इस्लामाबाद तक निकाला 'कश्मीर फ्रीडम मार्च'
जमात-उद-दावा ने इस्लामाबाद में कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सभा का आयोजन किया है।
लाहौर (प्रेट्र)। पाकिस्तानी आतंकवादी और 2008 में मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने 'कश्मीर फ्रीडम' मार्च का नेतृत्व किया। 'कश्मीर कारवां' लाहौर के माल रोड से मंगलवार दोपहर इस्लामाबाद के लिए रवाना हुआ।
सईद ने जोर देकर कहा है कि कश्मीरियों को आजादी मिलने तक उनका मार्च जारी रहेगा। उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर की ओर मार्च करने की धमकी भी दी। जमात-उद-दावा, जमात-ए-इस्लामी और अन्य धार्मिक पार्टियों के कार्यकर्ता इस्लामाबाद के रास्ते में मुरिदक और गुजरांवाला में मार्च में शामिल होंगे। यह मार्च बुधवार को इस्लामाबाद पहुंचेगा।
जमात-उद-दावा ने इस्लामाबाद में कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सभा का आयोजन किया है।लाहौर में रैली को संबोधित करते हुए सईद ने कहा कि 'कश्मीर कारवां' का पहला चरण इस्लामाबाद पहुंचेगा। यह मार्च नेशनल असेंबली और सीनेट के सदस्यों को कश्मीरियों के अधिकार के हित में आवाज उठाने के लिए जगाने का काम करेगा।
अगले चरण में यह गुलाम कश्मीर के मुजफ्फराबाद और चाकोठी के लिए रवाना होगा और कश्मीरियों की आजादी के लिए आवाज उठाएगा। तीसरे चरण में हम कश्मीर की ओर मार्च करेंगे और कश्मीरियों को आजादी मिलने तक हमारा मार्च जारी रहेगा।
लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक सईद के सिर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का ईनाम है। उन्होंने एक बार फिर पाकिस्तान सरकार से भारत के साथ व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध तोड़ने की मांग की है। पाकिस्तानी आतंकवादी ने भारत के उच्चायुक्त को इस्लामाबाद से वापस भेजने और नई दिल्ली से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने की भी मांग की है।