फ्रांस की आईएस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई, सीरिया में बरसाए बम
पेरिस में हुए आतंकवादी हमले के दो दिन बाद फ्रांस के लड़ाकू विमानों ने सीरिया के रक्का में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को निशाना बनाकर जबरदस्त हवाई हमले किए। इस दौरान आतंकियों को निशाना बनाकर करीब बीस बम बरसाए गए। इस अभियान में आईएस के कई ठिकानों को निशाना
पेरिस। पेरिस में हुए आतंकवादी हमले के दो दिन बाद फ्रांस के लड़ाकू विमानों ने सीरिया के रक्का में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को निशाना बनाकर जबरदस्त हवाई हमले किए। इस दौरान आतंकियों को निशाना बनाकर करीब बीस बम बरसाए गए। इस अभियान में आईएस के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया जिनमें उसका कमांड सेंटर, गोला बारूद का एक डिपो और लड़ाकों का शिविर भी शामिल है।
यूएई और जोर्डन से भरी थी उड़ान
फ्रांस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संयुक्त अरब अमीरात और जॉर्डन में दस लड़ाकू विमानों ने आईएस के ठिकानों पर हवाई हमले किए और कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी शुरु की गई। उन्होंने कहा कि हवाई हमले की इजाजत शाम को ही ले ली गई थी। मंत्रालय ने कहा कि यह हमले अमेरिकी सेना के साथ मिलकर किये गए।
आईएस आतंकियों का गढ़ है रक्का शहर
रक्का शहर आईएस का गढ़ माना जाता है। शुक्रवार की रात को पेरिस में हुए आतंकवादी हमले के बाद फ्रांस की आईएस के खिलाफ यह पहली कार्रवाई है। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने शुक्रवार को पेरिस में हुए हमलों को आईएस की तरफ से युद्ध की घोषणा करने वाला हमला करार दिया था। इन हमलों में 128 लोग मारे गए थे और आईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
आईएस कई ठिकानों पर गिराए बम
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, हवाई हमले में जिस पहले ठिकाने को नष्ट किया गया, उसका इस्तेमाल दाएश (अरबी में आईएस का नाम) एक कमांड पोस्ट, जिहादियों की नियुक्ति के केंद्र और हथियारों एवं युद्ध सामग्री के डिपो के रूप में किया जाता था। दूसरा ठिकाना आतंकियों के प्रशिक्षण शिविर के रूप में प्रयोग किया जाता था। मंत्रालय ने कहा कि हवाई हमला बोलने के लिए विमान जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात से रवाना हुए। ये हमले अमेरिकी बलों के साथ तालमेल करते हुए बोले गए। इस हमले में आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप और कमांड पोस्ट को निशाना बनाया गया है। फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इन हवाई हमलों में सेना की ओर से आईएस के हथियारों के गोदामों को भी निशाना बनाया गया है।
आईएस आतंकियों के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई
फ्रांस की इस कार्रवाई को पेरिस हमलों की प्रतिक्रिया माना जा रहा है। आईएस आतंकियों की ओर से पेरिस में हुए हमलों में 129 लोगों की मौत हो गई थी और 350 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इन हमलों के बाद फ्रांस सरकार ने साफ किया था कि आईएस आतंकियों पर जारी उसकी कार्रवाई को रोका नहीं जाएगा और ये भविष्य में भी जारी रहेगी।
अमेरिका भी देगा साथ
इस बीच, पेरिस आतंकी हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इराक और सीरिया में आईएस के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तेज करने पर विचार कर सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसका यह मायने नहीं है कि अमेरिका या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस हिंसक आतंकवाद को रोकने के लिए उनके खिलाफ हवाई बमबारी या जमीनी हमले को तेज किया जाए।
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