चीन कोरिडोर से पाकिस्तान पर बढ़ेगा बोझ: IMF
IMF के अनुसार, चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कोरिडोर से पाकिस्तान पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कोरिडोर (CPEC) को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने पाकिस्तान को चेताया है। आइएमएफ ने कहा है कि आगे चलकर पाकिस्तान को इस प्रोजेक्ट से संबंधित बढ़ते खर्चे को मैनेज करने की जरूरत होगी। साथ ही सुझाव दिया कि इसकी सरकार को ऐसे कदम उठाने होंगे जो भुगतान के लिए पर्याप्त स्रोतों की उत्पत्ति के लिए आयात व वृद्धि को सपोर्ट करे।
गौरतलब है कि चीन और पाकिस्तान 46 अरब डॉलर की लागत से चीन-पाकिस्तान इकनोमिक कॉरिडोर बना रहे हैं जो बलूचिस्तान से लेकर पाक अधिकृत कश्मीर तक फैला हुआ है। इसके माध्यम से चीन बिना हिन्द महासागर का चक्कर लगाए अपना सामान दुनिया के अन्य हिस्सों तक पहुंचा पायेगा। जिसे लेकर पाकिस्तान की जनता में रोष है।
चीन के फंड पर आधारित CPEC की कीमत 44.5 बिलियन डॉलर लगायी गयी है जो अंतिम वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान के जीडीपी के करीब 16 फीसद है जिसमें से 28 बिलियन डॉलर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर खर्च हुआ।एनर्जी सेक्टर में चीनी फर्मों के द्वारा पावर प्लांट्स को फंड दिया जाएगा जो चीनी बैंकों से कॉमर्शियल लोन के साथ होगा। आइएमएफ ने चेतावनी दी, इस प्रोजेक्ट का एक और चेहरा है जिसके तहत पाकिस्तान को बढ़ते आउटफ्लो को मैनेज करने की जरूरत होगी।
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