घर से भागी महिला को चाइल्ड हेल्प लाइन ने अपने पास रखा
परिवारिक कलेश के चलते घर से भागी महिला वीरवार की रात्रि भरोली जंक्शन स्टेशन पर पहुंच गई। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पठानकोट
परिवारिक कलेश के चलते घर से भागी महिला वीरवार की रात्रि भरोली जंक्शन स्टेशन पर पहुंच गई। देर सायं जब स्टेशन पर अजनबियों की तरह बैठी उक्त महिला को जब भरोली कलां की एक स्कूली छात्रा ने देखा तो उसने आटो चलाने वाले गांव के ही युवक को इसकी जानकारी 1098 पर देने के लिए कहा। आटो चालक ने 1098 पर फोन किया ओर चाइल्ड हेल्प लाइन को उक्त स्थिती से अवगत करवाया। पता चलते ही चाइल्ड हेल्प लाइन की प्रोजेक्ट कोआडीनेर रश्मि टीम के साथ मौके पर पहुंची ओर आन डयूटी स्टेशन मास्टर पूनम की मौजूदगी में उसे अपने हैंड ओवर लिया। इस दौरान उक्त विवाहिता ने अपने आप को गर्भवती बताया लेकिन, शुक्रवार को अस्पताल में करवाए गए टेस्टों में ऐसी कोई बात नजर नहीं आई है। फिलहाल घर से भागी महिला को चाइल्ड हेल्प लाइन ने अपने पास रखा है।
चाइल्ड हेल्प लाइन पठानकोट की प्रोजेक्ट कोआडीनेटर रश्मी ने बताया कि वीरवार की रात्रि तकरीबन साड़े सात बजे भरोली कलां से एक व्यक्ति ने फोन करके स्थिती के बारे में बताया। वह टीम के साथ मौके पर पहुंची। सर्वप्रथम महिला को गर्म कपड़े मुहैया करवाने उसे बोलने के काबिल बताया। आटो चालक ने बताया कि गांव की रहने वाली एक स्कूली छात्रा ने उसे 1098 पर फोन कर जानकारी देने के लिए कहा था। रश्मी ने बताया कि मौके पर पहुंच उससे जब बात की तो उसने अपना नाम रंजीता (काल्पनिक नाम) बताया और महाराष्ट्र के कस्बा पंडालपुर की बताया। उसने बताया कि उसका पति किसी रेहड़ी वाले के पास काम करता है। कमाई न होने के कारण परिवार में कलह कलेश रहता है। बीते हफ्ते वह अपने किसी के साथ ट्रेन में बैठ कर सीधे जम्मूतवी पहुंच गई। वहां रहने का कोई ठिकाना नहीं मिला ओर वह किसी ट्रेन में सवार होकर वापिस आ गई। ट्रेन भरोली जंक्शन स्टेश्पन पर रुकी तो वह नीचे उतर गई। प्रोजेक्ट कोआडीनेटर रश्मी ने बताया कि सुबह इसके सिविल अस्पताल में मेडिकल टेस्ट करवाए गए और गर्भवती होने की बात गलत निकली। उन्होंने बताया कि फिलहाल उक्त महिला को अपनी निगरानी में लिया गया है अगर अगले दो दिनों में इसके वारिस नहीं आते तो इसे नारी निकेतन भेजा जाएगा।

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