जलेगी लंका, होगा रावण वध
दशहरा पर्व मूल रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है।
मुजफ्फरपुर। दशहरा पर्व मूल रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। पर्व करीब आते ही शहर हो या गांव, लोग रावण-दहन की तैयारी में लग जाते हैं। मुजफ्फरपुर में भी शेखपुर, नाजीरपुर के जियालाल चौक के पास इसकी तैयारी चल रही है। शिव मंदिर दुर्गा पूजा समिति के व्यवस्थापक उमेश राय बताते हैं कि विगत 25 वर्षो से रावण दहन होता आ रहा है। यह परंपरा उनके पिता जियालाल राय ने शुरू की थी, जो आज तक चली आ रही है। विजयादशमी के दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रावण व मेघनाद का पुतला जलाया जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है। 60 फीट का रावण व 50 फीट का मेघनाद का पुतला बनाया जा रहा है। अध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि विजयादशमी के दिन संध्या समय कार्यक्रम स्थल से भव्य शोभायात्रा निकलेगी, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए वापस लौटेगी। इसमें श्रीराम, लक्ष्मण व हनुमान के अलावा बजरंगी सेना शामिल होगी। यहां आने के बाद लंका-दहन होगा। इसमें अहियापुर व शहर के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों लोग जुटते हैं। धू-धू कर लंका जलती है। फिर भगवान राम द्वारा रावण वध होगा। जमकर आतिशबाजी होगी। इसमें सचिव पिंटू कुमार, कृष्ण कन्हैया, अशोक राय, सुरेश राय, दिनेश राय, अवधेश राय, भिखारी राय, दरोगा राय, सुबोध राय, अरुण राय, कुशेश्वर राय आदि सक्रिय रूप से लगे हैं।
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