मौत के साए में जी रहे देवधार के ग्रामीण
कुल्लू जिला मुख्यालय कुल्लू के साथ लगती खराहल घाटी के वामतट मार्ग पर फोर ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कुल्लू : जिला मुख्यालय कुल्लू के साथ लगती खराहल घाटी के वामतट मार्ग पर फोरलेन की जद में आए परिवार हर दिन मौत के साए में जीने को मजबूर हैं। यहां ग्राम पंचायत न्योली के देवधार गांव के ठीक नीचे फोरलेन का निर्माण कार्य चला हुआ है। जिसके कारण गांव के कई लोगों के आशियाने उजड़ चुके हैं तथा लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं। पिछले दो साल से उनको मुआवजा भी नहीं मिला है।
लोगों का प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू से मिला। ग्रामीणों ने डीसी को बताया कि फोरलेन की कटिग के कारण मकानों में दरारें हर दिन बढ़ रही हैं। जिसके कारण यह मकान धराशायी होने की कगार पर पहुंच गए हैं।
देवधार गांव की ग्रामीण महिला हेमलता शर्मा का कहना है कि मकान में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिसके चलते कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। कई बार जिला प्रशासन को भी लिखित रूप से अवगत करवाया गया पर राहत नहीं मिल पाई है। बीते माह आइपीएच मंत्री महेंद्र सिंह के खराहल घाटी के दौरे के दौरान भी उनको बताया था, पर राहत नहीं मिली। अब डीसी से उचित कार्रवई की मांग की है।
प्रतिनिधिमंडल में भूपेंद्र शर्मा, राजेंद्र शर्मा, जयनारायण, कमलेश शर्मा, ओंकार राजू, विक्रम सिंह, माधो कैलाश, सूची शर्मा, हेमलता शर्मा, मंजू शर्मा, योवनलता शर्मा, अनामिका शर्मा,सीमा शर्मा, मोहित कात्यान, रमेश शर्मा सहित 50 के करीब लोग मौजूद थे। छिजरा गांव में पीडब्ल्यूडी तोड़ेगा चट्टाने
भूंतर के पास लगते छिजरा गांव में चट्टाने गिरने से हो रहे मकानों के नुकसान को देखते हुए अब उक्त चट्टानों को तोड़ने के आदेश जारी किए गए हैं। एसडीएम की ओर से इस मामले में पीडब्ल्यूडी को चंट्टानें तोड़ने को कहा गया है। वहीं, पीडब्ल्यूडी ने संबंधित ग्रामीणों से लिखित में मांगा है कि अगर चट्टाने टूटने से कोई नुकसान होता है तो उसका जिम्मेदार विभाग नहीं होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।