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गंगा को बचाने के लिए और खर्च होंगे 24 करोड़ रुपये, मैनावती मार्ग से बनियापुरवा एसटीपी तक पड़ेगी सीवर लाइन

गंगा को बचाने के लिए जल निगम और 24 करोड़ रुपये खर्च करेगा। बैराज के पास गंगा में गिर रहे परमियापुरवा नाला को रोकने के लिए मैनावती मार्ग से बनियापुरवा स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक सीवर लाइन डाली जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyPublished: Tue, 02 May 2023 03:17 PM (IST)Updated: Tue, 02 May 2023 03:17 PM (IST)
गंगा को बचाने के लिए और खर्च होंगे 24 करोड़ रुपये, मैनावती मार्ग से बनियापुरवा एसटीपी तक पड़ेगी सीवर लाइन
गंगा को बचाने के लिए और खर्च होंगे 24 करोड़ रुपये

जागरण संवाददाता, कानपुर: गंगा को बचाने के लिए जल निगम और 24 करोड़ रुपये खर्च करेगा। बैराज के पास गंगा में गिर रहे परमियापुरवा नाला को रोकने के लिए मैनावती मार्ग से बनियापुरवा स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक सीवर लाइन डाली जाएगी। शासन ने धन स्वीकृत कर दिया है। अभी परमियापुरवा नाला ओवर फ्लो होने से रोज 50 लाख लीटर दूषित पानी गंगा में गिर रहा है।

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खर्च हुए थे 63 करोड़

वर्ष 2018 में नमामि गंगे के तहत जल निगम सीसामऊ, नवाबगंज नाला, परमियापुरवा नाला, परमट नाला समेत छह नालों को गंगा में गिरने से रोकने के लिए 63 करोड़ रुपये से टेप किया गया था। सीसामऊ नाला समेत अन्य नालों को टेप करने में लापरवाही होने पर शासन ने पूर्व जल निगम महाप्रबंधक आरके अग्रवाल व परियोजना प्रबंधक धनश्याम द्विवेदी को निलंबित कर दिया गया था।

परमियापुरवा नाला के पानी को गंगा में जाने से रोकने के लिए लाइन बिछाई लेकिन परीक्षण में पानी ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचा ही नहीं। दरअसल लाइन में गड़बड़ी की वजह से ये स्थिति हुई। इसको लेकर नाले से सीवर के पानी को अलग किया जा रहा है।

जल निगम के परियोजना प्रबंधक विशाल सिंह ने बताया कि मैनावती मार्ग से बनियापुरवा स्थित 15 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक सीवर लाइन डालकर जोड़ दिया जाएगा। इससे नाले का फ्लो कम हो जाएगा और सीवर समस्या से भी लोगों को निजात मिल जाएगी। 24 करोड़ रुपये से लाइन डाली जानी है।

अभी भी गंगा में गिर रहे नाले

शहर में गंगा नदी किनारे बने सभी नालों की सफाई का काम नगर निगम का है लेकिन नगर निगम द्वारा इन नालों की सफाई नहीं की जा रही है। इसके चलते छावनी का डबकेश्वर नाला, जाजमऊ के बुढ़िया घाट और वाजिदपुर नाला सिल्ट और कचरे से पटे हुए है जबकि बीते दिनों गंगा में गिर रहे दूषित पानी की खबर दैनिक जागरण द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद स्वच्छ भारत मिशन की टीम कानपुर पहुंची थी।

इस दौरान टीम ने बुढ़िया घाट में गंदगी देखकर नदी के किनारों की गंदगी हटाने के लिए बोला था। इसके बावजूद नाले साफ नहीं किए गए। बुढ़िया घाट और एयरफोर्स नाले से दूषित पानी गिर रहा है।


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