Hisar News: बिना बिल के सप्लाई हो रहा था माल, जीएसटी अधिकारियों ने करवाया टैक्स चोरी, सरकार को लगाया चूना
Hisar News दिल्ली से सिरसा व अन्य क्षेत्रों में बिना जीएसटी व फर्जी बिल के आधार पर सामान सप्लाई करने वालों पर एनसीबी शिकंजा कसा है। जीएसटी अधिकारियों की मदद से टैक्स चोरी कर सरकार को चूना लगाने वाले एक ट्रांसपोर्टर नरेंद्र को भी गिरफ्तार किया।
जागरण संवाददाता, हिसार: दिल्ली से सिरसा व अन्य क्षेत्रों में बिना जीएसटी व फर्जी बिल के आधार पर सामान सप्लाई करने वालों पर एनसीबी शिकंजा कसा है। जीएसटी अधिकारियों की मदद से टैक्स चोरी कर सरकार को चूना लगाने वाले एक ट्रांसपोर्टर नरेंद्र को भी गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ जारी है और बड़े खेल का खुलासा हुआ है। सामने आया कि यह कर चोरी का खेल काफी समय से चल रहा है।
पकड़े जाने के मामला उजागर हुआ
सिरसा में 16 अप्रैल को विभिन्न ट्रांसपोर्ट की चार गाड़ियां पकड़े जाने के बाद यह मामला उजागर हुआ। अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से एनसीबी थाना हिसार में भ्रष्टाचार सहित अनेक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज करने के साथ ही जांच एनसीबी की एसआइटी को सौंपी दी गई है। इस मामले में ट्रांसपोर्ट मालिकों सहित जीएसटी व आरटीए के अधिकारियों-कर्मचारियों फंसने व नाम उजागर होने की उम्मीद है।
क्षेत्र में अवैध तरीके से करवाते हैं क्रास
डीएसपी सुरेंद्रपाल की ओर से बताया गया कि 16 अप्रैल 2023 को डीएसपी गौरव शर्मा की टीम को सूचना मिली कि कुछ ट्रांसपोर्टर दलालों के माध्यम से बिक्रीकर विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से सेटिंग करके हरियाणा व पंजाब की फर्मों का माल बिना बिल व बिल्टी के अपने ट्रांसपोर्ट व्हीकल में भरकर दिल्ली से सिरसा व पंजाब के एरिया में भेजते हैं। टैक्स चोरी करने वाले इन व्हीकल को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में अवैध तरीके से क्रास करवाते हैं।
दिल्ली से गाड़ियां माल भरकर सिरसा के लिए निकल गई
इस तरह से जीएसटी व अन्य टैक्स की चोरी की जा रही है। यह भी बताया गया कि दिल्ली से गाड़ियां माल भरकर सिरसा के लिए निकल गई है। जिसके बाद डीएसपी गौरव शर्मा व अन्य अधिकारियों पर आधारित टीम ने कार्रवाई शुरू और चार ट्रक को माल सहित पकड़ा था। ट्रक चालकों से पूछताछ के बाद कई ट्रांसपोर्टर और जीएसटी अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई। अब इस मामले की जांच सिरसा टीम के इंस्पेक्टर सुखजीत सिंह को सौंपी गई है।
18 अप्रैल को कमेटी ने की थी ट्रकों की जांच
सिरसा में पकड़े गए ट्रक को थाने में खड़ा कर दिया गया था। 18 अप्रैल को कमेटी का गठन कर उसमें कर विभाग के अधिकारियों ने जांच की और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उसमें सामने आया कि कई जीएसटी अधिकारी सहित आरटीए व अन्य अधिकारी-कर्मचारी मिलीभगत कर गाड़ियों को पंजाब की तरफ निकाल रहे है। इससे सरकार को चूना लग रहा था।
आरटीए अधिकारी व कर्मचारी भी शक के दायरे में
प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया कि इस खेल में ट्रांसपोर्टर के साथ फर्म मालिक, दलाल, जीएसटी विभाग के अधिकारी, आरटीए बहादुरगढ़, रोहतक, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा के अधिकारी-कर्मचारी का रोल हो सकता है। दर्ज मामले में इन लोगों पर भ्रष्टाचार सहित अनेक धाराओं में मामला दर्ज कर जांच की जानी चाहिए।
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