गोधरा ट्रेन नरसंहार का दोषी पैरोल से फरार रहने के एक साल बाद पकड़ा गया, खुफिया सूचना पर की गई कार्रवाई
पुलिस ने रविवार को बताया कि खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए पैरोल फरलो दस्ते ने कासिम अब्दुल सत्तार को शनिवार को दाहोद के लिमखेड़ा से गिरफ्तार किया। उसे सिटी बी डिवीजन पुलिस को सौंप दिया गया ताकि उसे शेष सजा काटने के लिए अहमदाबाद की साबरमती केंद्रीय जेल ले जाया जा सके। गोधरा कांड के बाद गुजरात में हुए दंगों में 1200 से अधिक लोगों की जान चली गई।
गोधरा, पीटीआई। गुजरात में वर्ष 2002 के गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे दोषी को पैरोल से फरार रहने के एक साल बाद गुजरात के दाहोद जिले से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस ने रविवार को बताया कि खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए पैरोल फरलो दस्ते ने कासिम अब्दुल सत्तार को शनिवार को दाहोद के लिमखेड़ा से गिरफ्तार किया। उसे सिटी बी डिवीजन पुलिस को सौंप दिया गया ताकि उसे शेष सजा काटने के लिए अहमदाबाद की साबरमती केंद्रीय जेल ले जाया जा सके।
इस नरसंहार में 59 यात्री जिंदा जला दिए गए थे
27 फरवरी, 2002 को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के दो डिब्बों में आग लगाने के मामले में सत्तार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इस नरसंहार में 59 यात्री जिंदा जला दिए गए थे। गोधरा कांड के बाद गुजरात में हुए दंगों में 1,200 से अधिक लोगों की जान चली गई।