नारायण अवतार से हुआ आसुरी शक्तियों का नाश
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी (भदोही) : लवकुश जन्मोत्सव के अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले एतिहासिक र
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी (भदोही) : लवकुश जन्मोत्सव के अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले एतिहासिक रामायण मेला का उत्साह धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
अखिल भारतीय रामायण मेला में मंगलवार को बोलते हए स्वामी हरिहरानंद जी ने कहा कि आसुरी शक्तियों का विनाश करने के लिए ही नारायण का अवतरण हुआ था। जब-जब रावण जैसे असुरों का प्रभाव जब बढ़ा तब-तब नारायण ने भक्तों की रक्षा के लिए किसी न किसी रुप में अवतार लेकर रक्षा की है। भक्तों को भी चाहिए भक्ति के प्रति आस्थावान बने रहने में जनमानस की भलाई है। कहा कि आसुरी शक्ति का विनाश होने के बाद जब भगवान अयोध्या वापस आते हैं तब राज्याभिषेक हुआ और राम राज्य की स्थापना की। वहीं दूसरे पहर डा.सविता त्रिपाठी ने संगीतमय प्रवचन से श्रद्वालुओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने राम विवाह के भाव पूर्ण ²श्यों के साथ राम-लखन को मांगने और जनक के स्वयंवर में ले जाना, धनुष भंग, सीता विवाह कथा प्रसंग को अपने भावपूर्ण शब्दों में पिरोकर उपस्थितजनों से जयकारे लगवाने पर विवश कर दिया। इस अवसर पर श्यामजी सेठ, मुन्ना पांडेय, रामप्यारे शुक्ल, राजेश चौबे, रमेश चौबे सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्वालु उपस्थित रहे।
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