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    Chandigarh Heritage Furniture: फ्रांस में चंडीगढ़ हेरिटेज आइटम्स नीलाम, 21 लाख में बीका सोफा

    पिछले सप्ताह ही फ्रांस के पेरिस में चंडीगढ़ के क्रिएटर पियरे जेनरे के कजिन पियरे जेनरे का डिजाइन फर्नीचर नीलाम हुआ था। अब दोबार से एक और ऑक्शन हो गई है। यह ऑक्शन फ्रांस के चैंटली शहर में हुई है। नौ आइटम 93 लाख रुपये में बेची गई हैं।

    By Ankesh ThakurEdited By: Updated: Mon, 07 Jun 2021 12:15 PM (IST)
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    फ्रांस में नीलाम हुई चंडीगढ़ हेरिटेज आइटम्स में शामिल यह सोफा 21 लाख रुपये में बिका है।

    चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। Chandigarh Heritage Furniture: चंडीगढ़ की हेरिटेज आइटम्स पर अभी भी गौरों की नजर वैसे ही है जैसे आजादी से पहले होती थी। वह हेरिटेज फर्नीचर और दूसरी आइटम के लिए क्रेजी हैं। यही वजह है कि लगातार कुछ दिनों के अंतराल बाद ही चंडीगढ़ की हेरिटेज आइटम्स कि विदेश में ऑक्शन हो रही हैं। विदेशी नीलाम घर ग्लोबली यह ऑक्शन कर रहे हैं।

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    पिछले सप्ताह ही फ्रांस के पेरिस में चंडीगढ़ के क्रिएटर पियरे जेनरे के कजिन पियरे जेनरे का डिजाइन फर्नीचर नीलाम हुआ था। अब दोबार से एक और ऑक्शन हो गई है। यह ऑक्शन फ्रांस के चैंटली शहर में हुई है। नौ आइटम 93 लाख रुपये में बेची गई हैं। चंडीगढ़ हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर एडवोकेट अजय जग्गा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को चिट्ठी लिखकर इसकी जानकारी दी है। फ्रांस में भारत के अंबेसेडर जावेद अशरफ, इंडियन एंबेसी पेरिस में फर्स्ट सेक्रेटरी विनाश कुमार सिंह को भी शिकायत भेजी गई है। साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय को भी प्रति भेजी गई है।

    टीक सोफा सवा 21 लाख में हुआ नीलाम

    ईजी आर्मचेयर का जोड़ा साढ़े चार लाख रुपये में बेचा गया है। फाइल रैक 10.63 लाख रुपये में नीलाम किया गया। ऑफिस केन चेयर 4.43 लाख में बेची गई। टीक टेबल 10.19 लाख रुपये में नीलाम की गई। छह डाइनिंग चेयर्स का सेट 15.3 लाख रुपये में नीलाम किया गया। एडवोकेट चेयर 19.45 लाख रुपये में नीलाम हुई। टीक सोफा बैक रेस्ट के साथ 21.22 लाख रुपये में बेचा गया।

    साल 2011 से रोक, फिर भी विदेश पहुंच रही हेरिटेज आइटम्स

    गृह मंत्रालय ने इस फर्नीचर को देश की सरहद से बाहर भेजने पर रोक लगा रखी है। उसके बाद भी इसकी तस्करी रुक नहीं रही है। यह लगातार विदेशी नीलाम घरों तक पहुंच रहा है। तस्कर गिरोह इसमें सक्रिय है। वह महिलाओं को इसके लिए निशाना बना रहा है। महिलाओं से यह काम कराते हैं। कई बार चोरी करते महिलाओं को पकड़ा भी गया। लेकिन जांच एजेंसी कभी भी मुंबई बेस्ड मुख्य सरगना तक नहीं पहुंच पाई।