Bihar Politics: बिहार में कांग्रेस को मिला कमला और हकीम का साथ, चुनाव से पहले बढ़ी सियासी हलचल
पटना में प्रदेश कांग्रेस ने एक मिलन समारोह आयोजित किया, जहां कमला कुमारी और मोहम्मद यूनुस हुसैन हकीम पार्टी में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि इससे पार्टी मजबूत होगी और राहुल गांधी के प्रयासों से कांग्रेस की लोकप्रियता बढ़ी है। नेताओं ने सामाजिक न्याय और वंचितों के अधिकारों पर जोर दिया।

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश कांग्रेस की ओर से गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में एक मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में समाजिक कार्यकर्ता कमला कुमारी, कई संगठनों के अध्यक्ष रह चुके मोहम्मद यूनुस हुसैन हकीम ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि दोनों नेताओं और उनके समर्थकों के आने से पार्टी मजबूत होगी।
राजेश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी के प्रयासों के कारण समाज के अंतिम वर्ग तक सामाजिक न्याय की लड़ाई का उद्देश्य प्रसारित हुआ है नतीजा कांग्रेस के प्रति समाज में लोकप्रियता बढ़ी है।
कांग्रेस ने हमेशा वंचित समाज की लड़ाई लड़ी है और आगे भी हम उनके हक हुकूक को लेकर गंभीर हैं और उनकी हिस्सेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मला कुमारी मांझी ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ही एकमात्र ऐसा दल है जो सामाजिक न्याय की लड़ाई को लेकर चल रहा है।
यूनुस हुसैन हकीम ने कहा कि अल्पसंख्यक जदयू-भाजपा राज में असुरक्षित महसूस कर रहा है। कार्यक्रम में देवेंद्र यादव, मदन मोहन झा, जतेंद्र गुप्ता, राजेश राठौड़, ब्रजेश प्रसाद मुनन समेत अन्य नेता उपस्थित रहे।
कांग्रेस का आरोप पिछड़े वर्ग को मतदान से वंचित करने की हो रही साजिश
चुनाव के पूर्व मतदाता सूची को अपडेट करने के मामले में कांग्रेस ने विरोध जताया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि दलित, अल्पसंख्यक और गरीबों के मताधिकार छीनने की साजिश हो रही है।
राजेश ने कहा है कि मतदाता सूची अपडेट करने का कार्यक्रम आनन फानन में चलाया जा रहा है। इससे युवा, दलित, गरीब और अल्पसंख्यकों के नाम वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश चल रही है। जिन कागजातों की मांग इस प्रक्रिया के तहत की जा रही है वो मेहनतकश परिवार और समाज के पिछड़े वर्ग से आने वाले लोगों के संभव नहीं।
राजेश ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा की साजिश में गिरफ्त है। पिछले चुनावों में पांच राज्यों में भी चुनाव आयोग ने इसी प्रक्रिया के तहत लाखों युवाओं, वंचित समाज, दलितों और अल्पसंख्यकों के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए थे। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी यही किया गया और महाराष्ट्र का मामला तो राहुल गांधी ने उचित मंचों से बार बार उठाया लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस मामले पर प्रदेश कांग्रेस के नेता जल्द चुनाव आयोग से समय लेकर मुलाकात करेंगे।
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