सूरजकुंड मेले में चित्तौड़गढ़ की बैलगाड़ी
फरीदाबाद, जागरण संवाद केंद्र : सूरजकुंड मेले में इस बार आप चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) की बैलगाड़ी की भी सवारी कर सकेंगे। मेला परिसर में ऐसी पांच बैलगाड़ियों को तैयार किया जा रहा है, जिनमें दो लोग सवारी कर सकेंगे। राजस्थान से आए कारीगर इन बैलगाड़ियों को तैयार करने में जुटे हैं। चित्तौड़गढ़ से आए लालचंद ने बताया कि इन बैलगाड़ियों के ऊपर फूस का छप्पर डाला जाएगा और उसे रंग बिरंगी झंडियों से सजाया जाएगा। इस साल सूरजकुंड मेले का थीम स्टेट बेशक असम है, पर पर्यटन निगम अन्य राज्यों की संस्कृति की झलक दिखाने का भी प्रयास कर रहा है।
----------------
भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि
सूरजकुंड मेले में असम थीम स्टेट होने के कारण इस बार मेले में असम की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। असम का नाम आए और वहां के प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका का जिक्र न हो, ऐसा संभव नहीं है। पद्मभूषण से सम्मानित भूपेन दा असम के लोगों के काफी करीब थे। ऐसे में असम पर्यटन निगम ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के उद्देश्य से उनकी प्रतिमा बनवाई है। यह प्रतिमा असम पवेलियन में लगाई जाएगी। असम पर्यटन निगम अपनी लोक संस्कृति को दर्शाने के लिए प्रतिमाओं का सहारा ले रहा है।
---------------
मेले में धूम्रपान वर्जित
सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान निषेध कानून का मेला परिसर में सख्ती से पालन कराया जाएगा। संयुक्त पुलिस आयुक्त अनिल कुमार राव ने बताया कि मेले में घास फूस की झोपड़ियां बनी होने से वहां आग लगने का अंदेशा बना रहता है। ऐसे में मेला परिसर में धूम्रपान नहीं करने दिया जाएगा। कोई इसका उल्लंघन करेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
फूड कोर्ट को छोड़कर मेला परिसर में कहीं और आग जलाने की इजाजत नहीं होगी। वैसे, किसी प्रकार के अग्नि हादसों से बचने के लिए जिला प्रशासन ने वहां पूरा इंतजाम किया है। अग्निशमन विभाग की गाड़ियों के अलावा मेला परिसर में भी आग पर नियंत्रण के लिए अग्निशमन यंत्र लगाए गए हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।