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    बचत ही ऊर्जा का सबसे बड़ा उत्पादन : बिधान

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    Updated: Mon, 23 Jan 2012 06:36 PM (IST)

    रोहतक, जागरण संवाददाता : ऊर्जा का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हम इसे विभिनन रूपों में प्रयोग कर अपने दैनिक कार्यो को पूरा करते है। लेकिन धीर-धीरे कोयले व पैट्रोलियम पदार्थो के कम होते भंडार से हमारे पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोतों पर संकट के बादल है। ऐसे में हमें ऊर्जा की बचत के साथ-साथ कु छ सौर ऊर्जा जैसे प्राकृतिक स्त्रोतों का भरपूर प्रयोग करना होगा। यह बात एडीसी रमेश चंद्र बिधान ने डीआरडीए हाल में ऊर्जा बचत और उसके साधन विषय पर आयोजित जिला स्तरीय सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही।

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    उन्होंने कहा कि हम कुछ जरूरी उपाय कर ऊर्जा की बड़ी बचत कर सकते है। आज बाजार में ऐसे उपकरण मौजूद है कि हम उन्हे प्रयोग कर काफी हद तक व्यर्थ जा रही ऊर्जा को बचा सकते है। पीसीआरए के एडीशनल डायरेक्टर बीएस यादव ने बताया कि अन्य सभी प्राकृतिक संसाधनों की तरह तेल के भी कुछ सीमित भंडार है। उत्तरी अमेरिका, पूर्व सोवियत रूस, सऊदी अरब, मध्य पूर्व और उत्तर अफ्रीका में तेल के सबसे अधिक भंडार है। तेल एवं गैस का भारत के पास बहुत छोटा सा भंडार है। हमारे पास विश्वव्यापी भंडार का सिर्फ 0.6 प्रतिशत है। इसलिए हमें उपयोग किए जाने वाले तेल का लगभग 73 प्रतिशत बहुत ही ऊंची दर पर आयात करना होता है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विभिन्न उद्योगों में विभाग द्वारा शुरू की गई सौर ऊर्जा योजनाओं के बारे में भी अपनी प्रस्तुति दी।

    पीसीआरए के संयुक्त निदेशक जीएस बेदी ने बताया कि हमारे पास यांत्रिक ऊर्जा, ताप ऊर्जा, प्रकाश ऊर्जा, रसायनिक ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा, ठोस ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा के रूप में ऊर्जा के विभिन्न स्त्रोत मौजूद है। हमारे सभी ऊर्जा स्त्रोतों मे से सबसे अधिक प्रयोग में आने वाला तेल या पैट्रोलियम है। लेकिन पिछले काफी समय से इसके भंडार कम होते जा रहे है। यदि हम थोड़ी सी सावधानी बरते तो इस भंडार को बचाया जा सकता है। पीसीआरए के उपनिदेशक हेमंत कुमार मालवीय ने बताया कि जिले में समन्वित ग्रामीण ऊर्जा कार्यक्रम वर्ष 1984-85 से खंड जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के माध्यम से शुरू किया गया था। वर्ष 2003-04 से अक्षय ऊर्जा विभाग के गठन के बाद अक्षय ऊर्जा गतिविधियों को सारे जिले में विस्तार दिया गया।

    इस अवसर पर एसडीएम पंकज कुमार, सीटीएम कृष्ण कुमार, प्रोजेक्ट आफिसर राजेंद्र कुमार, परियोजना अधिकारी वेद आर्य, डिप्टी सीएमओ डॉ. वीरेंद्र फौगाट सभी जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी समेत आला अधिकारी उपस्थित थे।

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