इस्लाम के निगेहबान होते हैं सूफिया-ए-कराम
हुसैनाबाद,पलामू : हुसैनाबाद स्थित दातापीर बख्श शाह रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स मंगलवार की रात से शुरू हो गया। इस मौके पर कुरआन खानी, देग फ ातेहा, चादरपोशी व जलसा का आयोजन किया गया। जलसा की शुरुआत तिलावत-ए-कुरआन पाक से की गई। जलसा का संचालन सासाराम के मशहूर नकीब अब्दुल सलाम जया ने किया। इस अवसर पर हजरत मौलाना इरशाद रब्बानी ने कहा कि सूफी व पीर इस्लाम के निगेहबान होते हैं। उन्होंने कहा कि सूफियों की मुहब्बत जिस इंसान के दिल में न हो वह इस्लाम को क्या जानेगा। उन्होंने कहा कि मुकम्मल इमान तभी होगा जब हम अपने खुदा के साथ, नबियों, शहीद-ए-कर्बला व सूफियों को जानेंगे। उनसे मुहब्बत रखेंगे। उन्होंने लोगों से नमाज कायम करने,इस्लाम की तबलीग करने और सच्चाई के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
मौके पर जनबा जाकिर हुसैन ने नातिया कलाम पेश कर लोगों को इशक-ए-रसूल में झूमने पर मजबूर कर दिया। हजरत मौलाना रईस अहमद ने लोगों की भरपूर इस्लाह की। फैयाज शादा,जाकिर हुसैन समेत कई शोरा ने अपनी पूरनूर आवाज से पूरी रात लोगों को अल्लाह व रसूल के बताए मार्ग पर चलने की तककीन करते रहे। जलसा आयोजन में खादिम नगीना बीबी, अब्दुल गफु र खलीफ ा, मो.इस्लाम खलीफ ा, मनसूर खलीफ ा, मो. हुसैन खलीफा, मो. मुमताज खलीफा,मो. मुन्ना, मो. मेराज, मो. जब्बार, अब्दुल वाहिद खलीफ ा आदि ने किया। इस मौके पर कमेटी की ओर से चादर पोशी भी की गई। हजारों लोगों ने दाता के मजार पर चादरपोशी की व फ ातेहा दिया।
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