Poonch Attack: हमले के पांच दिन पहले से ही पुंछ में छिपे थे आतंकी, आतंकियों के लिए जाता था खाना
Poonch Attack पुंछ जिले के संगयोट में सैन्य वाहन पर हमला करने वाले आतंकी लगभग पांच दिन पहले से ही क्षेत्र में मौजूद थे और हमले की योजना तैयार कर रहे थे। कई लोगों ने आतंकियों को पहाड़ी क्षेत्र में जंगल से उतरते और अंदर जाते भी देखा था।

गगन कोहली, राजौरी: पुंछ जिले के संगयोट में सैन्य वाहन पर हमला करने वाले आतंकी लगभग पांच दिन पहले से ही क्षेत्र में मौजूद थे और हमले की योजना तैयार कर रहे थे। कई लोगों ने आतंकियों को पहाड़ी क्षेत्र में जंगल से उतरते और अंदर जाते भी देखा था। सूत्रों के अनुसार जंगल के पास बने घरों से आतंकियों के लिए खाना भी जाता रहा। इन पांच दिनों में कई लोगों ने इन्हें देखा, लेकिन डर से इसकी जानकारी सुरक्षा बलों को नहीं दी।
आतंकी खुलेआम जम्मू-पुंछ हाईवे को कर रहे थे आरपार
इतना ही नहीं, आतंकी खुलेआम जम्मू-पुंछ हाईवे को भी आरपार कर रहे थे, बावजूद इसके सुरक्षा एजेंसियों को भनक नहीं मिली। अब जब हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है तो एक-एक कर आतंकियों के राज खुलने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो जिन लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा गया है, उनमें से कुछ का इस्तेमाल भी आतंकियों ने किया है।
अब इनके मोबाइल फोन की जांच हो रही है कि क्या आतंकियों ने सीमा पार किसी से बातचीत की है या क्षेत्र में ही अपने किसी ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) से इससे संपर्क साधा है। आतंकियों को यह भी पता था कि 20 अप्रैल को संगयोट में तैनात सेना की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जा रहा है।
बता दें कि इसी दिन इफ्तार का सामान लेकर लौट रहे सेना के वाहन पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें पांच जवान बलिदान व एक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस हमले के विरोध में देश भर में तीव्र प्रतिक्रिया हुई है। लोगों ने आतंकियों को पकड़ने या मार गिरने और पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग की है।
अब अंतिम प्रहार की तैयारी
जागरण संवाददाता, राजौरी: पुंछ जिले के भाटाधुलियां के जंगल में छिपे आतंकियों को घेरकर अंतिम प्रहार की तैयारी है। इसकी रणनीति बना ली गई है। सेना के विशेष कमांडो और पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवानों ने पूरे जंगल को घेर लिया है। जंगल के प्रत्येक हिस्से को खंगाला जा रहा है। भाटाधुलियां जंगल के आसपास जंगलों में भी तलाशी अभियान पूरी रफ्तार पर है। माना जा रहा है कि आतंकियों को जल्द ढेर कर दिया जाएगा।
सेना व पुलिस ने जंगल में आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिलने के बाद भाटाधुलियां व उसके आसपास के जंगलों में भी भारी संख्या में जवानों को तैनात कर दिया है। भाटाधुलियां क्षेत्र के संगयोट में 20 अप्रैल को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। इसमें पांच जवान बलिदान और एक घायल हो गया था।
ये जवान संगयोट गांवों के लोगों को इफ्तार की पार्टी देने के लिए खाने-पीने का सामान ले जा रहे थे। आतंकियों ने एक पुलिया के पास तीन ओर से घेर कर हमला किया था। गोलियां बरसाने से पहले आतंकियों ने सैन्य वाहन पर ग्रेनेड दागा था, जिससे ट्रक में आग लग गई थी। इससे जवानों को बचने और जवाबी कार्रवाई करने का मौका नहीं मिला था।
आतंकियों के पास है सेटेलाइट फोन
जांच में जुटे सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि हमला करने वाले आतंकियों ने पास सेटेलाइट फोन भी है। हमले के कुछ ही देर बाद आतंकियों ने सेटेलाइट फोन पर कुछ मिनट बात की है। उसके बाद से सेटेलाइट फोन बंद है। शायद आतंकियों ने हमले के बाद इसकी सूचना सीमा पार दी हो। हमले के बाद से आतंकियों ने सेटेलाइट फोन नहीं खोला है, क्योंकि वे जानते हैं कि ऐसा करने पर उनकी लोकेशन सुरक्षा एजेंसियों के पास पहुंच सकती है। वहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि आतंकियों के पास क्षेत्र का नक्शा भी है, जिसको देखकर वह आगे-पीछे आ जा रहे हैं।
60 से अधिक लोगों से पूछताछ
आतंकी हमले के मामले में सुरक्षा एजेंसियां संदिग्धों और आतंकियों के मददगारों को हिरासत में लेकर लगातार पूछताछ कर रही है। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। फिलहाल, 60 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा रही है। इनमें वह लोग भी शामिल हैं, जिनके घरों में आतंकियों ने खाना खाया व उनके मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया। हिरासत में लिए लोगों से भी सुरक्षा एजेंसियों को अहम सुराग मिले हैं। इसके आधार पर भी आपरेशन को आगे बढ़ाया जा रहा है।
जंगल में लगातार ठिकाने बदल रहे आतंकी
सूत्रों के अनुसार आतंकियों के छिपे होने के बारे में मंगलवार को सुरक्षाबलों को कुछ अहम सुराग मिले हैं। संकेत मिले हैं कि आतंकी इसी क्षेत्र में है और लगातार ठिकाना बदल रहे हैं। इसके बाद जंगल के प्रत्येक हिस्से को घेर लिया गया है। सेना के विशेष कमांडो जंगल में उतर गए हैं।
आपरेशन में वायु सेना व सेना के हेलीकाप्टरों को भी लगाया गया है। इससे आतंकियों के बच निकलने की आशंका ना के बराबर है। सूत्रों ने बताया कि हमलावर आतंकियों को खत्म करने के बाद ही इस आपरेशन को समाप्त किया जाएगा। सेना व पुलिस के उच्च अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं और पूरे आपरेशन पर नजर है।
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