पीयूष गोयल की टिप्पणी पर बिफरे Zepto के CEO, भारत-चीन को लेकर कह दी बड़ी बात
नई दिल्ली में स्टार्टअप महाकुंभ 2025 में बोलते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम पर टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है। क्विक कामर्स कंपनी जेप्टो के सीईओ आदित पलीचा ने लिंक्डइन पोस्ट में कहा भारत में उपभोक्ता इंटरनेट स्टार्टअप की आलोचना करना आसान है खासकर तब जब आप उनकी तुलना अमेरिका/चीन में बन रही गहन तकनीकी उत्कृष्टता से करते हैं।

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम और इसकी नवाचार प्राथमिकताओं पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर उद्योग जगत की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है।
जेप्टो के सीईओ ने कही ये बात
क्विक कामर्स कंपनी जेप्टो के सीईओ आदित पलीचा ने लिंक्डइन पोस्ट में कहा, भारत में उपभोक्ता इंटरनेट स्टार्टअप की आलोचना करना आसान है, खासकर तब जब आप उनकी तुलना अमेरिका/चीन में बन रही गहन तकनीकी उत्कृष्टता से करते हैं। वास्तविकता यह है कि लगभग 1.5 लाख लोग आज जेप्टो पर आजीविका कमा रहे हैं और यह एक ऐसी कंपनी जो 3.5 साल पहले अस्तित्व में नहीं थी।
उन्होंने लिखा, प्रति वर्ष सरकार को 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर योगदान और देश में एक अरब डॉलर से अधिक का एफडीआइ लाना, अगर यह भारतीय नवाचार में चमत्कार नहीं है, तो मैं ईमानदारी से नहीं जानता कि क्या है।
उधर, पीयूष गोयल ने कांग्रेस पार्टी पर उनके बयान की गलत व्याख्या कर भारतीय स्टार्टअप को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ईकोसिस्टम उनके संदेश को समझ नहीं पाया, जो उनके नकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
मंत्री ने कही थी ये बात
गोयल ने गुरुवार को स्टार्टटप महाकुंभ को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा था कि भारतीय स्टार्टअप समुदाय को किराने की डिलीवरी और आइसक्रीम बनाने से अपना ध्यान हटाकर सेमीकंडक्टर, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे उच्च तकनीकी क्षेत्र पर केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने कहा था, क्या हम डिलीवरी ब्वाय और गर्ल्स बनकर खुश रहेंगे। क्या यही भारत की नियति है। यह स्टार्टअप नहीं है, यह उद्यमिता है।
हमें ऐसे स्मार्ट इंजीनियरों की जरूरत है जो अपनी आस्तीन चढ़ाकर काम पूरा कर सकें। अपनी बड़ी प्रौद्योगिकी महत्वाकांक्षा के लिए भुगतान करने के तरीके को क्रमबद्ध करना 'इंजीनियरिंग समस्या' का एक हिस्सा है जिसे स्मार्ट इंजीनियरों को हल करना चाहिए! हम यह कर सकते हैं।-श्रीधर वेम्बू, संस्थापक, जोहा
सरकार हम पर अपना भरोसा बनाए रखे और उच्च प्रौद्योगिकी स्टार्टअप की मदद करने और मुश्किलों को दूर करने का काम करे। चीन से कोई तुलना सही नहीं है, क्योंकि भारत में भी ऐसे स्टार्टअप हैं, हालांकि वे 'छोटे' हैं। -मोहनदास पई, पूर्व सीएफओ, इन्फोसिस
मैं कुछ 'उच्च प्रौद्योगिकी' कंपनियों से मिला हूं, जिन्होंने मुझे पूरी तरह से चौंका दिया है, लेकिन विकास और व्यावसायीकरण के लिए पूंजी और परिवेश की भारी कमी है। संस्थापक बहुत चीजें कर सकते हैं, लेकिन सब कुछ नहीं।' -अनुपम मित्तल, संस्थापक, शादी डॉट कॉम
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