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    Karnataka: करूर भगदड़ पर आपत्तिजनक पोस्ट के लिए यूट्यूबर से पूछताछ, एंबुलेंस चालकों को भी भेजा समन

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Sun, 05 Oct 2025 01:53 AM (IST)

    करूर भगदड़ से संबंधित आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक यूट्यूबर और विजय की चुनावी रैली में ड्यूटी पर तैनात एंबुलेंस चालकों से शनिवार को अलग अलग पूछताछ की। इस बीच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तमिलनाडु के करूर पहुंचे और भगदड़ में मारे गए 12 अनुसूचित जाति के पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की।

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    करूर भगदड़ पर आपत्तिजनक पोस्ट के लिए यूट्यूबर से पूछताछ (फाइल फोटो)

     पीटीआई, चेन्नई। करूर भगदड़ से संबंधित आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक यूट्यूबर और विजय की चुनावी रैली में ड्यूटी पर तैनात एंबुलेंस चालकों से शनिवार को अलग अलग पूछताछ की।

    इस बीच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तमिलनाडु के करूर पहुंचे और भगदड़ में मारे गए 12 अनुसूचित जाति के पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की।

    आयोग ने सिफारिश की कि भगदड़ के पीडि़त अनुसूचित जाति के प्रत्येक परिवार के एक पात्र सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। मकवाना अनुसूचित जाति के पीडि़तों के घर भी गए। मकवाना ने जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है।

    आयोग के अनुसार, 41 मृतकों में से 15 अनुसूचित जाति समुदाय से थे। गौरतलब है कि 27 सितंबर को करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की राजनीतिक रैली के दौरान मची भगदड़ में 41 लोगों की जान गई थी।

    पुलिस अधिकारी ने बताया कि यूट्यूबर मरिधास को साइबर क्राइम पुलिस ने उनके आवास से हिरासत में लिया गया और उनसे 'एक्स' पर घटना से संबंधित पोस्ट के बारे में पूछताछ की गई। बाद में उन्हें पूछताछ के लिए दोबारा पेश होने के निर्देश के साथ रिहा कर दिया गया।

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    इस बीच पुलिस ने बताया कि करूर में घटना के समय मौजूद पांच से छह चालक जांचकर्ताओं के समक्ष पेश हुए। करूर और पड़ोसी जिलों के सरकारी और निजी एंबुलेंस के चालकों से पूछताछ की गई।

    पुलिस ने यह विवरण मांगा है कि ड्राइवरों को किसने बुलाया, सरकारी और निजी अस्पतालों को कितने काल आए, तथा 27 सितंबर को कितनी एंबुलेंस सेवा में लगाई गईं।

    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को कहा कि मद्रास हाई कोर्ट के आदेश पर गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) करूर भगदड़ की जांच शुरू करेगा और जांच से पूरी सच्चाई सामने आएगी तथा सभी स्तरों पर जवाबदेही तय होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगदड़ रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की जाएगी।