उम्मीदें 2025: विकसित भारत का मजबूत पायदान बनेगा वर्ष 2025, अर्थव्यवस्था, रक्षा और रोजगार पर रहेगा फोकस
नए साल से भारत को कई उम्मीदें भी हैं। इस साल माना जा रहा कि भारत नई उपलब्धियों का गवाह बनेगा। इसी साल उम्मीद है कि भारत अमेरिका और चीन जैसी वैश्विक ताकतों की कतार में खड़ा होकर बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था को मजबूती देगा। वहीं ये नया साल वैश्विक कूटनीति के मोर्चे पर भारत के लिए ज्यादा अनूकूल वर्ष साबित हो सकता है।
जेएनएन, नई दिल्ली। आज हम नए वर्ष 2025 का स्वागत कर रहे हैं। उम्मीद है वर्ष 2025 देश के लिए नई उपलब्धियों का गवाह बनेगा। 21वीं सदी के पहले 25 वर्ष में भारत ने खुद को एक विकासशील देश से उभरती वैश्विक शक्ति के तौर पर स्थापित किया है। वर्तमान सदी के अगले 25 वर्ष विकसित देश बनने में निर्णायक साबित होंगे।
भारत अमेरिका और चीन जैसी वैश्विक ताकतों की कतार में खड़ा होकर बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था को मजबूती देगा। इस सफर में वर्ष 2025 एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। नए वर्ष में भारत अर्थव्यवस्था, रक्षा, वैश्विक कूटनीति, अंतरिक्ष और युवाओं को रोजगार के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगा सकता है।
करीब होगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का ताज
पिछले कई वर्षों से भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है। दूसरी तिमाही के आंकड़े कुछ कमजोर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार का मानना है कि तीसरी तिमाही में सार्वजनिक खर्च का असर दिखेगा और अर्थव्यवस्था फिर रफ्तार पकड़ेगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 में आर्थिक वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। नए वर्ष में रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती भी कर सकता है। इससे कर्ज सस्ता होगा और कारोबारी गतिविधियों में तेजी आएगी। इस वर्ष भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के और करीब पहुंच जाएगा। रक्षा विनिर्माण क्षमताओं में होगा इजाफा 2025 में वायुसेना को स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के उन्नत संस्करण (मार्क 1ए) की डिलिवरी भी शुरू हो सकती है।
नए साल में रक्षा क्षेत्र में मजबूती आने के आसार
रक्षा मंत्रालय ने 2021 में 83 तेजस का आर्डर हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को दिया था। एचएएल ने 31 मार्च को वायुसेना को पहला विमान सौंपने की समय सीमा तय की है। एचएएल के पास सालाना 24 विमान बनाने की क्षमता है। उम्मीद है कि वायुसेना इन विमानों के साथ तेजी अपने बेड़े को मजबूत बना पाएगी। नए वर्ष में भारत स्वार्म ड्रोन और रक्षा क्षेत्र में उभरती तकनीक के मोर्चे पर अपनी क्षमताओं को और मजबूत बना सकता है। वैश्विक मंच पर अहम भूमिका जी 20 सम्मेलन की सफल मेजबानी के साथ भारत पहले ही यह साबित कर चुका है कि वह वैश्विक मंच पर बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
भारत को क्वाड की मेजबानी करेगा
2025 वैश्विक कूटनीति के मोर्चे पर भारत के लिए ज्यादा अनूकूल वर्ष साबित हो सकता है। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में काम करना शुरू कर देंगे। उम्मीद है कि ट्रंप का कार्यकाल कई मोर्चो पर भारत के लिए बेहतर साबित होगा। इसी वर्ष भारत को क्वाड की मेजबानी भी करनी है।
निसार मिशन लांच करेगा इसरो
इसरो और अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा मिल कर निसार मिशन लांच करने वाले हैं। यह आब्जर्वेशन सेटेलाइट पर्यावरण से जुड़े बदलाव, प्राकृतिक आपदाओं और सीमा सुरक्षा की निगरानी करेगा। निसार सिंथेटिक अपर्चर रडार तकनीक से लैस है, जो धरती पर पारिस्थितिकी तंत्र, बर्फ पिघलने, और भूकंप जैसी गतिविधियों की सटीक जानकारी देगा। इसरो के साथ नासा का यह पहला वैश्विक मिशन होगा।
रोजगार के मिलेंगे अवसर
युवाओं को रोजगार केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में नौकरियों के सृजन और युवाओं को इंडस्ट्री के लिए जरूरी स्किल से लैस करने के लिए योजनाएं शुरू की थीं। इन योजनाओं का लक्ष्य अलगे दो वर्ष में 2 करोड़ नौकरियों का सृजन करना है। उम्मीद है कि 2025 में इन पहलों का नतीजे दिखने शुरू हो जाएंगे और बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। इससे अर्थव्यवस्था को भी ताकत मिलेगी।
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