रविवार सुबह 2019 नहीं 1999 में खुलेगी आपकी आंख! जानें क्या है पूरा मामला
परसों यानि रविवार सुबह जब आप बिस्तर छोड़ें तो हो सकता है आप 2019 में नहीं बल्कि 1999 में हों।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। हम सभी सोचते हैं कि काश कोई ऐसी टाइम मशीन होती जो हमें वापस हमारे बचपन में ले जाती। हॉलीवुड की साइंस फिक्शन फिल्मों ने हमारे इन अरमानों को खूब भुनाया भी है। फिल्मों में हीरो और विलेन दोनों ही टाइम मशीन के जरिए अपने वक्त से आगे और पीछे आसानी से घूम-फिर आते हैं। इन फिल्मों को देखकर हम सबकी वो बचपन में लौटने की चाहत फिर कुलांचें मारने लगती है। परसों यानि रविवार सुबह जब आप बिस्तर छोड़ें तो हो सकता है आप 2019 में नहीं बल्कि 1999 में हों।
रविवार को टाइम ट्रैवेल?
कोई बात नहीं... देर तक सो लेना, दफ्तर की छुट्टी तो है ही। जब भी नींद खुले तब बस ये जरूर चैक कर लेना कि आप 2019 में हैं या 1999 में पहुंच गए हैं? हालांकि, ये जरूरी नहीं कि हम, आप और सबके साथ ऐसा हो, लेकिन कुछ लोगों के साथ ऐसा हो सकता है।
कैसे पहुंच जाएंगे 1999 में
...तो चलिए आपको बताते हैं कि आप 1999 में कैसे पहुंच जाएंगे। असल में कोई टाइम मशीन नहीं है जो आपको 20 साल पीछे लेकर जा सके। यह बस एक तकनीकी दिक्कत है, जो आपको 20 साल पीछे पहुंचा देगी। हालांकि, इस दौरान आप रहेंगे 2019 में ही, बस आपका GPS 1999 दिखाएगा। जी हां, हम GPS की बात कर रहे हैं... उसी GPS यानी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम की, जिसके भरोसे आप गाड़ी ड्राइव करके घूमने-फिरने जाते हैं।
आपकी घड़ी में तारीख होगी 7 अप्रैल 1999
आज के दौर में बहुत कम ही लोग हैं जो मोबाइल का इस्तेमाल न करते हों। समय के साथ रहने के लिए ज्यादातर लोग मोबाइल का टाइम भी मैनुअल करने की बजाय नेटवर्क से ऑटो-अपडेट करते हैं। ऐसे में हो सकता है कि रविवार सुबह आपका स्मार्टफोन उस दौर में पहुंच जाए, जिस दौर में उसके बारे में शायद सोचा भी नहीं गया होगा। यानि आपके स्मार्टफोन में 7 अप्रैल 1999 की तारीख होगी।
तकनीकी समस्या है ये
तो अब ये तो साफ हो गया है कि आप 2019 में ही रहेंगे, लेकिन आपका GPS 1999 में पहुंच सकता है। अब प्रश्न यह है कि ऐसा क्यों? टेक्नोलॉजी अचानक 20 साल का गोता क्यों लगा रही है। पहले तो आपको बता दें कि कल यानि शनिवार 6 अप्रैल की देर रात 1 बजे ऐसा हो सकता है। अगर आप समय पर सो जाते हैं तो इसके बारे में आपको रविवार सुबह ही पता चलेगा। दरअसल GPS अपने अधिकतम लिमिट पर पहुंच रहा है और फिर यह रिसेट हो जाएगा। इस दौरान की GPS रिसीवर्स को यह 1999 में पहुंचा देगा।
वर्चुअल टाइम ट्रैवेल का मजा लें
खबर की हेडिंग पढ़कर एक बार के लिए आपके आंखों में भी चमक तो जरूर आ गई होगी कि चलिए बचपन के स्कूल में पहुंच जाएंगे। कॉलेज के पहले प्यार से मिल आएंगे। या अपने किसी ऐसे करीबी से मिल आएंगे जो अब इस दुनिया में नहीं है। दुखद बात यह है कि फिलहाल ऐसी कोई टाइम मशीन नहीं है जो आपको टाइम ट्रैवेल करवाकर 20 साल पीछे आपके बचपन या जवानी के दिनों में लेकर जा सके। हो सकता है भविष्य में ऐसी कोई टाइम मशीन बन जाए, लेकिन अभी तो आपका GPS 20 साल का गोता लगाने को तैयार है।