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    Beijing Traffic Jam: दुनिया का सबसे लंबा ट्रैफिक जाम, एक या दो दिन नहीं पूरे 12 दिनों के लिए फंसे हजारों लोग; बन गया इतिहास

    Updated: Fri, 03 Jan 2025 12:58 PM (IST)

    जाम में एक घंटा भी फंसना हमारे लिए पहाड़ जैसा हो जाता है। नोएडा दिल्ली या बैंगलुरु में रहने वाले लोग इस दर्द को ज्यादा समझ सकते हैं। लेकिन सोचिए कि अगर आपको 12 दिनों के लिए जाम में फंसे रहना पड़े तो आप क्या करेंगे। जी हां पूरे 12 दिन... चीन की राजधानी बीजिंग में लोगों को दुनिया के सबसे लंबे ट्रैफिक जाम से गुजरना पड़ा था।

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    world longest traffic jam: दुनिया का सबसे लंबा ट्रैफिक जाम (फोटो- सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। beijing traffic jam: ऑफिस जाने वाले लोग जाम में फंसने का मतलब बेहतर समझ सकते हैं। नोएडा, दिल्ली या फिर बेंगलुरु कहीं भी जाइए जाम में फंसना तो लगभग तय है। अगर आप इन इलाकों में रहते हैं तो आप अपॉइंटमेंट, फ्लाइट या यहां तक ​​कि समय पर ऑफिस पहुंचने के ल‍िए काफी पहले घर से न‍िकलते होंगे। फिर भी, दिल्ली-एनसीआर का सबसे खराब जाम भी साल 2010 में बीजिंग-तिब्बत एक्सप्रेसवे (Beijing Tibet Expressway Traffic Jam) पर लगे जाम की बराबरी नहीं कर सकता।

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    ऐसा जाम जो 12 दिन तक लगा रहा

    चीन की राजधानी बीजिंग (beijing traffic jam) में लोगों को दुनिया के सबसे लंबे ट्रैफिक जाम से गुजरना पड़ा। बीजिंग-तिब्बत एक्सप्रेस वे (China National Highway 110) पर, ऐसा ट्रैफिक जाम लगा कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। सोच कर देखिए कि आप अपनी कार में कुछ घंटों के लिए नहीं, बल्कि 12 दिनों तक फंसे रहें, जी हां एक-दो दिन नहीं पूरे 12 दिन तक वो भी बिना किसी हलचल के। इस ट्रैफ‍िक जाम में हजारों यात्री फंसे हुए थे। ये जाम 100 किलोमीटर से भी ज्‍यादा लंबा था और इसने ज‍िंदगी को पूरी तरह से रोक दिया था।

    कब और कैसे शुरु हुआ ये जाम?

    बता दें कि ये जाम 14 अगस्त 2010 को शुरू हुआ था। दरअसल, उस जगह पर कंस्‍ट्रक्‍शन का काम चल रहा था और भारी वाहनों का वहां आना जाना लगा हुआ था। इसकी वजह से ट्रैफ‍िक जाम (China National Highway 110 traffic jam) लग गया। मंगोलिया से बीजिंग तक कोयला और निर्माण सामग्री ले जाने वाले ट्रकों ने एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया, जो चल रहे सड़क निर्माण के कारण पहले से ही आंश‍िक रूप से बंद था।

    इसी बीच गाड़ियों में मेकेन‍िकल खराबी आ गई। ये सारी पर‍िस्‍थ‍ित‍ियां एक साथ हो गईं और एक असाधारण जाम की स्थिति पैदा हो गई। इसने कई दिनों तक वाहनों को रोके रखा। जो लोग फंस गए थे, उनके लिए जीवन एक दैनिक संघर्ष बन गया। लोगों को अपनी कारों में सोना, खाना और सहना पड़ा।

    सड़क किनारे बने थे अस्थायी घर

    जाम इतना लंबा खिंच गया कि कार और छोटे वाहनों से चलने वालों के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे अस्थायी घर बनाए गए। गाड़ियों का मेला देखकर वहां खाने-पीने की चीजों की दुकानें खोल दी गई। स्नैक्स, कोल्डड्रिंक, नूडल्स और खाने-पीने की चीजें चार गुना दामों पर बेची जाने लगी। लोगों को 10 गुने रेट पर पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

    कैसे हटाया गया जाम?

    प्रशासन लगातार जाम को हटाने की कोशिशें करता रहा। मोटरवे को साफ करने के लिए, अधिकारियों ने तुरंत अन्य सड़कों पर यातायात रोक दिया। फंसे हुए ट्रकों को पहले हटाया गया। जिससे यातायात धीरे-धीरे वापस आ सके। दुनिया का सबसे लंबा जाम 26 अगस्त 2010 को 12 दिनों के कोश‍िश के बाद खत्‍म हुआ।

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