World Asteroid Day 2022: जानिए क्यों आज ही मनाया जाता है Asteroid Day? क्या है इसका इतिहास और महत्व
World Asteroid Day 2022 वर्ष 1908 में इसी तारीख को साइबेरिया और उसके आसपास तुंगुस्का क्षुद्रग्रह के प्रभाव को देखने के लिए विशेष तिथि का चयन किया गया था। दिसंबर 2016 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 30 जून को विश्व क्षुद्रग्रह दिवस के रूप में घोषित किया था।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। आज दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस (Asteroid Day) मनाया जा रहा है। 30 जून को ही इसे मनाने का एक बड़ा कारण भी है। इसे एस्टेरायड घटना की वर्षगांठ के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है जो कि रूस के साइबेरिया में तुंगुस्का नदी के पास हुआ था। इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को उस संकट के बारे में जागरूक करना है जो ब्रह्मांड पर क्षुद्रग्रह के असर से हो सकता है। बता दें कि क्षुद्रग्रहों के प्रभावों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए एक वैश्विक आंदोलन छेड़ा गया है।
यह है इसका इतिहास
बता दें कि दिसंबर 2016 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 30 जून को विश्व क्षुद्रग्रह दिवस के रूप में घोषित करने के लिए एक संकल्प लाया था। इस संकल्प में यह तय किया गया था कि लोगों को इस बात के लिए जागरुक किया जाएगा कि क्षुद्रग्रह के क्या घातक प्रभाव हो सकते हैं। गौरतलब है कि वर्ष 1908 में इसी तारीख को साइबेरिया में तुंगुस्का नदी के करीब 30 जून को एक बड़ा विस्फोट हुआ था, जिसे तुंगुस्का प्रभाव कहा गया। इसमें कई किमी वर्ग जमीन तहस नहस हो गई थी।
यह है इसका महत्व
Asteroid Day मनाने का महत्व यह है कि क्षुद्रग्रह प्रभाव के चलते होने वाले खतरनाक प्रभाव को आम जनता तक पहुंचाना है। कई लोगों को यह भी नहीं पता है कि एक क्षुद्रग्रह क्या है और एक क्षुद्रग्रह घटना हमारी दुनिया में क्या विनाश ला सकती है। एस्टेरायड्स के संसाधनों का कैसे इस्तेमाल किया जाए इस दिन का मुख्य उद्देश्य यही है।
Asteroid क्या होते हैं ?
बता दें कि एस्टेरायड छोटे चट्टान रूपी पिंड होते हैं जो हमेशा सूरज के चारों ओर घूमते हैं। एस्टेरायड सामान्य तौर पर मंगल और बृहस्पति गृह के बीच परिक्रमा करते हैं। जानकारों कि मानें तो हमारे सौर मंडल में हजारों एस्टेरायड मौजूद हैं।
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