कौन हैं पूजा शर्मा? जिन्हें BBC की 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं की सूची में मिली जगह; एक हत्याकांड ने बदली जिंदगी
दिल्ली की रहने वालीं पूजा शर्मा को बीबीसी की 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं की सूची में जगह मिली है। 2022 में पूजा के भाई की मामूली बात पर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पूजा की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। 28 वर्षीय पूजा एक एनजीओ की संस्थापक हैं। करीब 4 हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीबीसी ने साल 2024 की 100 प्रभावशाली महिलाओं की सूची जारी की है। इस सूची में तीन भारतीय महिलाओं को जगह दी गई है। खेल और मनोरंजन समेत विभिन्न क्षेत्रों की प्रभावशाली महिलाओं को इसमें शामिल गया है।
अरुणा रॉय, पूजा शर्मा और विनेश फोगाट सूची में शामिल होने वालीं तीन भारतीय महिलाएं हैं। दो भारतीय-अमेरिकी महिलाओं को भी जगह मिली है। सुनीता विलियम्स और एआई विशेषज्ञ स्नेहा रेवनूर बीबीसी की सूची का हिस्सा हैं।
कौन हैं पूजा शर्मा?
बीबीसी की सूची में दिल्ली की रहने वालीं पूजा शर्मा को भी जगह दी गई है। पूजा शर्मा चार हजार से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं। 28 वर्षीय पूजा शर्मा का जन्म 7 जुलाई 1996 को दिल्ली में हुआ। 12 मार्च 2022 को पूजा शर्मा के सामने ही उनके भाई की हत्या कर दी गई। भाई के अंतिम संस्कार में किसी ने मदद नहीं की। इसके बाद पूजा ने अपने हाथों से भाई का अंतिम संस्कार किया। इस झकझोर देने वाले हत्याकांड के बाद पूजा ने लावारिस शवों के अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया।
पूजा ने 'ब्राइट द सोल फाउंडेशन' नाम से एक एनजीओ का गठन भी किया। वे अब तक हजारों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं। पूजा सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। उनके काम को बड़ी संख्या में लोग सराहते हैं। इंस्टाग्राम में पूजा के लगभग साढ़े तीन लाख फॉलोअर्स हैं। हिंदू धर्म में पुरुषों को ही अंतिम संस्कार करने की अनुमति है। जब पूजा ने अंतिम संस्कार करना शुरू किया तो पुरोहितों के विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होंने अपने कदम पीछे नहीं खींचे।
- अरुणा रॉय: दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं की सूची में सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय का भी नाम शामिल है। अरुणा ग्रामीण समुदाय के साथ मिलकर काम करती हैं। वह मजदूर किसान शक्ति संगठन की सह-संस्थापक भी हैं। अरुणा मजदूरों के हित में उचित वेतन की लड़ाई में अहम भूमिका निभा चुकी हैं। अरुणा को रेमन मैग्सेसे पुरस्कार भी मिल चुका है। खास बात यह है कि अरुणा ने सिविल सेवा की नौकरी छोड़कर सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करना शुरू किया था।
- विनेश फोगाट: बीसीसी की सूची में शामिल विनेश फोगाट तीसरी भारतीय महिला हैं। तीन बार की ओलंपियन विनेश फोगाट इसी साल हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव जीती हैं। विनेश फोगाट विश्व चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में कई पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर चुकी हैं। ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली देश की पहली महिला पहलवान भी हैं। हालांकि वजन की वजह से बाद में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
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