'तृणमूल पाकिस्तान की दलाल है', ममता के मंत्री ने पाक आर्मी से की भारतीय सेना की तुलना तो बोले सुवेंदु अधिकारी
पश्चिम बंगाल विधानसभा में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने सेना द्वारा टीएमसी के धरना मंच को हटाने की तुलना 1971 में ढाका में बांग्ला भाषियों पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से की जिससे हंगामा मच गया। भाजपा विधायकों ने मंत्री पर भारतीय सेना का अपमान करने का आरोप लगाया और नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को हंगामे के कारण सदन से निलंबित कर दिया गया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बंगाल विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में उस वक्त हंगामा मच गया जब राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कोलकाता में सेना द्वारा तृणमूल कांग्रेस के धरना मंच को हटाए जाने की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसकी तुलना 1971 में ढाका में आंदोलन कर रहे बांग्ला भाषी लोगों पर पाकिस्तान सेना द्वारा किए गए बर्बर अत्याचार से कर डाला।
उनकी टिप्पणी से नाराज विपक्षी भाजपा के विधायकों ने इसका कड़ा विरोध करते हुए भारतीय सेना के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप करते हुए अपनी सीटों से खड़े होकर उनके खिलाफ जबर्दस्त नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने प्रदर्शन करते हुए मंत्री की टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही से निकालने की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) बिमान बनर्जी ने अस्वीकार कर दिया।
सुवेंदु अधिकारी सदन से एक दिन के लिए निलंबित
हंगामा जारी रहने पर विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री के भाषण में बार-बार बाधा डालने व सदन में हंगाम करने के आरोप में सुवेंदु को एक दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। अध्यक्ष के इस फैसले के खिलाफ भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया।
टीएमसी का मंच हटाने पर बवाल
तीन दिवसीय विशेष सत्र के दूसरे दिन यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब भाजपा शासित राज्यों में बंगाल के प्रवासी श्रमिकों के कथित उत्पीडऩ के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान शिक्षा मंत्री ने सेना की ओर से सोमवार को कोलकाता के मेयो रोड में गांधी प्रतिमा के पास तृणमूल के धरना प्रदर्शन मंच को हटाए जाने की कार्रवाई की निंदा की।
मंत्री ने कहा कि 1971 में जिस प्रकार पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में अपनी मातृभाषा, पहचान की रक्षा और आजादी के लिए शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे निहत्थे बांग्ला भाषी लोगों पर पाकिस्तानी सेना ने ढाका में बर्बर अत्याचार किया था, उसके बाद कोलकाता में भारतीय सेना द्वारा की गई ताजा कारवाई ने उस घटना की याद ताजा कर दी है।
मंत्री की टिप्पणी पर भड़के भाजपा विधायक
उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा विधायक भड़क गए और तृणमूल मंत्री पर भारतीय सेना की पाकिस्तानी सेना से तुलना का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। स्पीकर ने शांत कराने की कोशिश की, लेकिन भाजपा विधायक भारतीय सेना के अपमान का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करते रहे। जिसके बाद स्पीकर ने सुवेंदु से कहा कि मैं आपको दिनभर के लिए निलंबित करने के लिए बाध्य हूं। भाजपा विधायकों ने वाकआउट कर बाहर में भी नारेबाजी करी और कहा कि हमें यह तुष्टीकरण समर्थक सरकार नहीं चाहिए।
तृणमूल पाकिस्तान की दलाल है : सुवेंदु
सुवेंदु ने निलंबन की कार्यवाही को अवैध बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के लिए आवाज उठाने पर उन्हें निलंबित किया गया है। सुवेंदु ने तृणमूल को पाकिस्तान की दलाल बताते हुए कहा कि भारतीय सेना का अपमान वह कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। सुवेंदु ने उल्लेख किया कि 2021 से अब तक उन्हें अनैतिक तरीके से पांच बार विधानसभा से निलंबित किया जा चुका है और आठ बार उनके खिलाफ तृणमूल द्वारा विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया है।
हमें अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं : मंत्री
बाद में मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमें अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने सफाई देते हुए साथ ही कहा कि मैंने पाकिस्तानी सेना से तुलना नहीं की, बल्कि पाक सेना ने जो बर्बरता की थी उसकी निंदा की।
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