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Weather Update: इस हफ्ते बरसेंगे बदरा, जानिए मानसून के देरी की वजह

जुलाई के दूसरे पखवाड़े में देश के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थिति में सुधार होगा लेकिन मध्य और पश्चिम भाग में बारिश में कमी आ सकती है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 01 Jul 2019 11:25 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 07:20 AM (IST)
Weather Update: इस हफ्ते बरसेंगे बदरा, जानिए मानसून के देरी की वजह
Weather Update: इस हफ्ते बरसेंगे बदरा, जानिए मानसून के देरी की वजह

नई दिल्ली, प्रेट्र/रायटर। एक जुलाई तक सामान्यत: पूरे देश में मानसून आ जाता है, लेकिन इस साल यह अभी तक दो-तिहाई से भी कम हिस्से तक पहुंचा है। अरब सागर में बने चक्रवात 'वायु' ने इसकी नमी सोखकर इसकी चाल को धीमा कर दिया था। लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से इस हफ्ते इसके आगे बढ़ने की रफ्तार अच्छी रहने की संभावना है।

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भारतीय मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मानसूनी बारिश में विलंब की वजह से देश में इस साल जून का महीना 2015 से अब तक सबसे सूखा रहा। इस महीने बारिश औसत का 67 फीसद रही। जबकि इसी महीने में 2018 में यह 95 फीसद, 2017 में 104 फीसद, 2016 में 89 फीसद, 2015 में 116 फीसद और 2014 में 58 फीसद थी। मौसम विभाग के मुताबिक, इसी वजह से देश के किसानों ने 1.47 करोड़ हेक्टेयर भूमि पर ही बोआई की है जो पिछले साल के मुकाबले 10 फीसद कम है।

इस पखवाड़े पश्चिम व मध्य भारत में अच्छी बारिश
विभाग के मुताबिक कपास, सोयाबीन और दाल उत्पादक देश के पश्चिमी और मध्य भाग में जुलाई के पहले पखवाड़े में अच्छी बारिश होने की संभावना है, लेकिन उत्तर भारत में बारिश औसत से कम रह सकती है। जुलाई के दूसरे पखवाड़े में देश के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थिति में सुधार होगा, लेकिन मध्य और पश्चिम भाग में बारिश में कमी आ सकती है। कुल मिलाकर जुलाई में बारिश औसत से कम रहेगी, लेकिन फिर भी हालात जून से बेहतर रहेंगे।

मई में हुई कम बारिश
बता दें कि सामान्य या औसत मानसून का मतलब 96 से 104 फीसद बारिश को माना जाता है। इसकी गणना मानसून के चार महीनों के दौरान 50 साल की औसत बारिश 89 सेंटीमीटर (35 इंच) से की जाती है। मई में मौसम विभाग ने इस साल औसत बारिश और निजी कंपनी 'स्काईमेट' ने सामान्य से कम बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया था।

जलाशयों में पानी की कमी
केंद्रीय जल आयोग के 27 जून तक के आंकड़ों के मुताबिक देश के 91 बड़े जलाशयों में से 62 में जलस्तर 80 फीसद या सामान्य से कम है।

बेहाल मुंबई, दो दिन में 21 इंच बरसा पानी
देश की आर्थिक राजधानी बारिश से बेहाल है। दो दिनों में यहां 540 मिलीमीटर (21 इंच से अधिक) पानी बरस गया। पिछले एक दशक में दो दिन में यह सर्वाधिक बरसात है। इससे महानगर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हवाई, रेल, सड़क सभी यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो गई। कुछ जगहों पर घरों में पानी घुस गया। बिजली का करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई।

बारिश के कारण ट्रेनें हुई लेट
रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से लाखों ऑफिस जाने वालों और छात्रों को परेशानी उठानी पड़ी। मध्य मुंबई में कुछ स्कूलों ने अवकाश घोषित कर दिया। हजारों सरकारी व निजी क्षेत्र के कर्मचारी काम पर नहीं जा सके। महाराष्ट्र के पालघर जिले में भारी बारिश व पुणे में लोनावाला हिल स्टेशन के पास रेल ट्रैक को नुकसान होने से पश्चिम रेलवे ने लंबी दूरी की 17 और मध्य रेलवे ने 10 ट्रेनें निरस्त कर दीं।


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