पंजाब में त्राहिमाम, दिल्ली में बाढ़ का खतरा; यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बुधवार को हिमाचल उत्तराखंड जम्मू पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। यमुना सतलुज रावी और ब्यास नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है जिससे पंजाब और हरियाणा के बाद अब दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पंजाब में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक है। हरियाणा के 16 जिलों में मंगलवार को भी लगातार वर्षा होती रही।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर भारत में लगातार हो रही वर्षा के कारण नदियां उफान पर हैं। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार में इसका सर्वाधिक असर देखने को मिल रहा है।
पंजाब की स्थिति अत्यंत गंभीर
विशेष रूप से पंजाब की स्थिति अत्यंत गंभीर है, जहां हिमाचल से आ रहा पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा। पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ग्रस्त घोषित कर दिए गए हैं। पर्वतीय राज्यों में भूस्खलन का सिलसिला जारी है, जिसके कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सैकड़ों छोटे-बड़े रास्ते बंद पड़े हैं।
हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल के कई जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। यमुना, सतलुज, रावी और ब्यास नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है, जिससे पंजाब और हरियाणा के बाद अब दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पंजाब में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक है। भाखड़ा बांध का जलस्तर 1677 फीट तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से केवल तीन फीट कम है।
सतलुज किनारे बसे शहरों में बाढ़ का खतरा
नंगल हाइडल चैनल में दरारें आने से पानी सतलुज नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे सतलुज किनारे बसे शहरों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। राज्य में बाढ़ के कारण 1,400 गांवों के 3.54 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। बाढ़ से मरने वालों की संख्या अब 30 हो गई है।
अमृतसर के गांव सठियाला में एक कमरे की छत गिरने से 11 वर्षीय लड़की की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फिरोजपुर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। वहीं मंगलवार को जम्मू- पठानकोट रेल लाइन पर दो ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू गया है।
हरियाणा में लगातार वर्षा से बढ़ी परेशानी
हरियाणा के 16 जिलों में मंगलवार को भी लगातार वर्षा होती रही। नारनौंद क्षेत्र में एक मकान गिरने से 30 वर्षीय महिला की मौत हो गई। फतेहाबाद में घग्गर नदी उफान पर है। इस कारण जिले के 30 गांवों में जलभराव हो गया है।
वहीं गुरुग्राम में सोमवार सुबह आठ बजे से मंगलवार सुबह आठ बजे तक 160 एमएम वर्षा दर्ज की गई। इस कारण सड़कों पर जलभराव होने से परेशानी बढ़ गई। फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। नदी के पास स्थित खेत पानी में डूब गए हैं।
12 जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य के 12 जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट और 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं हरियाणा सरकार ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब सरकार को पांच-पांच करोड़ रुपये की सहायता भेजी है।
दिल्ली के निचले क्षेत्रों में घुसा पानी
हरियाणा के यमुना नगर के हथिनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सोमवार रात लगभग एक बजे दिल्ली में यह खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर पहुंच गया था। मंगलवार शाम चार बजे यह 206 मीटर को भी पार गया। इस पर पुराना लोहा पुल पर आवाजाही बंद कर दी गई।
निचले क्षेत्रों में घरों में पानी भरा
यमुना बाजार, मोनेस्ट्री बाजार सहित अन्य निचले क्षेत्रों में घरों में पानी भर गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया गया है। लगभग 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। मंगलवार को भी हथिनी कुंड बैराज से सुबह साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गौतमबुद्ध नगर में भी इसका देखा जा रहा है। यमुना डूब क्षेत्र में रहने वाले 450 परिवारों को जिला प्रशासन ने सकुशल निकाला है।
हिमाचल प्रदेश में वर्षा और भूस्खलन ने मचाई तबाही
हिमाचल के कुल्लू और कसौली में मलबे में दबने से तीन महिलाओं की जान चली गई, जबकि दो लोग घायल हुए हैं। कुल्लू के ढालपुर में भूस्खलन के कारण एक महिला की मृत्यु हुई, जबकि आनी उपमंडल के लोअर पटारना गांव में भूस्खलन की चपेट में आई महिला का शव चार दिन बाद बरामद किया गया। सोलन में एक मकान के ध्वस्त होने से एक महिला की मौत हुई।
75 स्थानों पर क्षति के कारण आवाजाही ठप
सुंदरनगर में पहाड़ी दरकने से दो घर मलबे में दब गए, जिससे मां-बेटी की जान चली गई। भारी वर्षा के चलते कुल्लू, कांगड़ा और सिरमौर में बुधवार को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है, जिससे सैकड़ों मणिमहेश यात्री भरमौर में फंसे हुए हैं। कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर 75 स्थानों पर क्षति के कारण आवाजाही ठप है।
जम्मू में मूसलधार वर्षा जीवन पर पड़ी भारी
जम्मू संभाग में भी मूसलधार वर्षा ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। कठुआ के बसोहली में मकान गिरने से एक सात वर्षीय बच्चे सहित दो लोगों की मृत्यु हुई। ऊधमपुर में जम्मू-श्रीनगर हाईवे का 200 मीटर हिस्सा तेज वर्षा में बह गया। थरड और बलीनाला के पास भूस्खलन से 30 मकान मलबे में दब गए हैं। इनमें रहने वाले लोग सुरक्षित हैं। तवी और चिनाब सहित सभी नदी-नाले उफान पर हैं।
बुधवार को जम्मू संभाग में सभी स्कूल बंद रहेंगे। 10वीं व 11वीं की तीन सितंबर की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इस बीच, श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा लगातार आठवें दिन भी बंद रही। रियासी में चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे सलाल डैम के सभी गेट खोल दिए गए।
उत्तराखंड में वर्षा से 250 से अधिक सड़कें अवरुद्ध
उत्तराखंड में वर्षा और भूस्खलन के कारण 250 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं। उत्तरकाशी के स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर बनी झील के कारण यमुनोत्री हाईवे का पुल जलमग्न है। इससे पुल को खतरा पैदा हो गया है। खटीमा के भगचुरी व नौसर क्षेत्र में पानी भरने से 26 परिवारों के 110 लोग फंस गए, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम की मदद से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बुधवार के लिए देहरादून समेत सात जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उधर, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम से लगी ऊंची चोटियों में मंगलवार देर शाम हिमपात हुआ।
उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में आज भारी वर्षा
मौसम विभाग का अनुमान है जिस प्रकार सितंबर की शुरुआत जोरदार बारिश से हुई है, वह सिलसिला पूरे माह बना रहेगा। इस माह सामान्य से अधिक वर्षा होगी। बुधवार को प्रयागराज, मुजफ्फरनगर और अलीगढ़ समेत 50 से अधिक जिलों में भारी बरसात की चेतावनी जारी की गई है। उधर, मंगलवार को कानपुर में वज्रपात से व घर ढहने से चार लोगों की मौत हो गई।
बिहार में तेजी से बढ़ रहा नदियों का जलस्तर
बिहार के खगडि़या जिले में गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी और बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। गंगा खतरे के निशान से 147 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कटिहार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से अमदाबाद व मनिहारी में फिर बाढ़ आ गई है।
बिहार में पांच लोगों की डूबकर हुई मौत
वहीं पूर्व बिहार में स्नान करने के दौरान पांच लोगों की डूबकर मंगलवार को मौत हो गई। इसमें बांका के दो, खगडि़या, लखीसराय व मुंगेर के एक-एक लोग शामिल हैं। कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई वर्षा के बाद सोमवार से सुपौल में कोसी नदी उफान पर है। सोमवार को इस वर्ष का सर्वाधिक जलस्त्राव 2.77 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया।
राजस्थान के दौसा में कच्चा बांध टूटने से कई गांव जलमग्न
राजस्थान में वर्षा का सिलसिला जारी है, जिससे हादसों में वृद्धि हो रही है। दौसा जिले के लालसोट में कच्चा बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं। ग्रामीणों के घरों में पानी भर गया है, जबकि प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। प्रतापगढ़ में एक शिक्षक माही नदी में गिर गया, जिसकी तलाश जारी है। सवाई माधोपुर में एक युवक पानी में बह गया। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार आगामी चार दिनों तक प्रदेश में वर्षा की संभावना बनी रहेगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।