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हमें आता है सर्जिकल स्‍ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को चुप कराना: वेंकैया नायडू

वेंकैया नायडू ने कहा है कि जनता को अपनी सेना पर पूरा विश्‍वास है। जो लोग सर्जिकल स्‍ट्राइक पर सवाल उठा रहे हैंं उन्‍हें चुप कराना हमें आता है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Wed, 05 Oct 2016 09:53 AM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2016 02:55 PM (IST)
हमें आता है सर्जिकल स्‍ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को चुप कराना: वेंकैया नायडू

नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू का कहना है कि भारत किसी भी देश के साथ लड़ाई नहीं चाहता है, लेकिन यदि कोई हमपर युद्ध थोपना ही चाहता है तो हम उसको मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह सेे सक्षम हैं।एक उद्घाटन समारोह में पहुंचे नायडू ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुते हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले नेताओं पर भी तंज कसा।

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'आता है चुप कराना'

उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस तरह की बातें कर दूसरों को भी परेशान कर रहे हैं। हम जानते हैं कि उन्हें चुप कैसे किया जा सकता है। जैसे हमारी सेना ने अपने दुश्मनों को चुप करा दिया है ऐसे ही उन्हें भी चुप करा दिया जाएगा। कांग्रेस समेत अन्य नेताओं द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मुहैया करवाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस तरह के नेताओं की बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। न ही इस तरह की बातों पर जवाब देने की जरूरत है।

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पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं कुछ नेता

वेंकैया ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि देश के कुछ नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। ऐसे लोग देश की सेना से सबूत मांग कर उनका अपमान कर रहे हैं। इस तरह का बयान देने वाले नेता नहीं जानते हैंं कि इन बातों का क्या अर्थ है। यह बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान है। यह उनके विश्वास में कमी को दर्शाने के लिए काफी है। नायडू का कहना है कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों से दोस्ताना संबंध चाहता है। यह पूरा विश्व जानता है कि जो ओसाबा बिन लादेन और दाऊद जैसे लोगों को अपने यहां पनाह देता है उस पाकिस्तान की कथनी और करनी में क्या अंतर है।

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जनता को सेना पर भरोसा

उनका कहना था कि वह इस बात को नहीं मानते हैं कि देशवासी अपनी सेना की काबलियत पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें अपनी सेना पर और उसकी कही हर बात पर पूरा विश्वास है। गौरतलब हैै कि पीओके में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। सीताराम यचूरी, समेत अरविंद केजरीवाल और संजय निरुपम ने इस बाबत सरकार से सबूत पेश करने की मांग की हैै। संजय निरुपम ने तो इस स्ट्राइक को साफतौर पर फर्जी करार दिया है। पिछले दिनों की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय कमांडो द्वारा पीओके मेंं मौजूद कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इसमें कई आतंकी मारे गए थे।

'हजम नहीं कर पा रहे सरकार की कामयाबी'

सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े एक सवाल पर एक अन्य केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी उन नेताओं पर हमला बोला है जिन्होंने इस बाबत सरकार और सेना पर सवाल उठाए हैं। प्रधान ने कहा कि ऐसे लोगों के मन में अपनी सेना को लेकर कोई सम्मान नहीं है। वह केवल इस बात की चिंता कर रहें है कि पाकिस्तान भारत के दुष्प्रचार के लिए कितने पेपर पब्लिश कर रहा है और क्या हैडलाइन चला रहा है। सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जी बताने वाले संजय निरुपम और सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वाले अरविंद केजरीवाल पर उन्होंने कहा कि यह लोग हमारी कामयाबी को पचा नहीं पा रहे हैं। यही वजह है कि ऐसे लोग बेबुनियाद बातें कर रहे हैं।

'राहुल ने दिखाया नेताओं को आइना'

इन सभी से इतर कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार की जमकर तारीफ की है। उत्तर प्रदेश में प्रचार पर निकले खुद पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पहली बार कोई अच्छा काम किया है। वहीं उन्होंने इस स्ट्राइक पर सवाल उठा रहे नेताओं को भी चुप रहने की नसीहत दे डाली है। उनका कहना है कि अपनी सेनाओं पर भरोसा करें। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपने बयानों से पाकिस्तान का पक्ष मजबूत किया है।


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