Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महिला आरक्षण विधेयक पारित करने में सभी दलों के प्रयासों पर गर्व होना चाहिए: सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़

    By AgencyEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Sun, 24 Sep 2023 06:34 AM (IST)

    प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के दौरान संसद में दिखाए गए सभी दलों के प्रयासों पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि न्याय तक पहुंच को सुविधाजनक बनाने के लिए संस्थागत सहयोग ही रास्ता है। सीजेआइ ने कहा कि जहां न्यायपालिका कानून के शासन को बरकरार रखती है वहीं बार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    Hero Image
    बार काउंसिल आफ इंडिया द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़।फोटोः पीटीआई।

    नई दिल्ली, आईएएनएस। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के दौरान संसद में दिखाए गए सभी दलों के प्रयासों पर गर्व होना चाहिए। बार काउंसिल आफ इंडिया द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी भावना संविधान के निर्माण के दौरान दिखी थी, जब दलगत और परस्पर विरोधी विचारधाराओं से ऊपर उठकर सदस्य संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए एक साथ आए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    न्यायपालिका कानून के शासन को रखती है बरकरारः सीजेआई

    उन्होंने कहा कि न्याय तक पहुंच को सुविधाजनक बनाने के लिए संस्थागत सहयोग ही रास्ता है। उन्होंने राष्ट्र, संस्थानों और व्यक्तियों के बीच जुड़ाव की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। सीजेआइ ने कहा कि जहां न्यायपालिका कानून के शासन को बरकरार रखती है, वहीं बार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वकील व्यावसायिक दक्षता और सीमा पार लेनदेन में मदद करते हैं और राष्ट्रीय कल्याण और आर्थिक विकास में योगदान देते हैं।

    यह भी पढे़ंः 'सरल भाषा में कानून तैयार करने के हो रहे हैं गंभीर प्रयास', अंतरराष्ट्रीय लायर्स कॉन्फ्रेंस में बोले पीएम मोदी

    ई-कोर्ट पर क्या बोले सीजेआई

    उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब वकीलों के लिए वैश्विक परिदृश्य में दुनियाभर में पहुंचने का समय आ गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने ई-कोर्ट परियोजना के तीसरे चरण के लिए 7,000 करोड़ से अधिक का बजट आवंटित किया है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि संवैधानिक संरचना कार्यपालिका और न्यायपालिका को अलग-अलग छोर पर खड़ा कर सकती है लेकिन दोनों का उद्देश्य एक ही है-राष्ट्र की प्रगति और समृद्धि।

    यह भी पढ़ेंः कानून की भाषा, आवश्यकता है कि लोगों को उनकी भाषा में दिया जाए न्याय

    इंटरनेट मीडिया दुनिया को जोड़ता हैः अटार्नी जनरल 

    अटार्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने शनिवार को कहा कि इंटरनेट मीडिया ''संचार की एक सीमाहीन दुनिया'' है। यह दुनिया को जोड़ता है, लेकिन नैतिक जरूरतों को विकृत करता है और उनकी उपेक्षा करता है। वेंकटरमणी ने कहा कि न्याय वितरण पर इंटरनेट मीडिया के प्रभाव और यह उस दबाव को कैसे सहन कर सकता है, इस पर बात करने की जरूरत है।