Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वायनाड में अब तक 270 से अधिक की मौत, राज्य सरकार ने शुरू किया फंड जुटाने का अभियान; राज्यपाल बोले- अभी तबाही का अंदाजा नहीं

    By Agency Edited By: Sachin Pandey
    Updated: Thu, 01 Aug 2024 10:12 PM (IST)

    Wayanad Landslide वायनाड में तीसरे दिन भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है। सेना समेत आपदा प्रबंधन की टीमें इसमें जुटी हुई हैं। इधर मरने वालों की संख्या 270 के पार पहुंच चुकी है। केरल के राज्यपाल का दावा है कि अभी तबाही का अंदाजा भी नहीं है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिए फंड जुटाने का अभियान शुरू किया है जिसे काफी समर्थन मिल रहा है।

    Hero Image
    सेना समेत आपदा प्रबंधन की टुकड़ियां लगातार बचाव कार्य में लगी हैं। (Photo - ANI)

    एजेंसी, वायनाड। वायनाड में लगातार राहत एवं बचाव कार्य जारी है। सेना और आपदा प्रबंधन दलों द्वारा लगातार फंसे हुए लोगों को एवं शवों को बाहर निकाला जा रहा है। अपुष्ट रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अनुसार वायनाड में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या गुरुवार शाम तक 270 से अधिक हो गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एएनआई ने एनडीआरएफ के हवाले से बताया कि अभी और शव बरामद किए जा रहे हैं। बचाव कार्य के लिए प्रभावित स्थलों पर केंद्रीय बलों की पर्याप्त टीमें मौजूद हैं। केरल राजस्व विभाग के अनुसार, 30 जुलाई के शुरुआती घंटों में वायनाड के मुंडक्कई और चुरालमाला में दो बड़े भूस्खलन हुए, जिससे व्यापक विनाश हुआ, कई लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए।

    अब तक दो सौ से अधिक लोगों की मौत 

    अपुष्ट रिपोर्टों के अनुसार अब तक हादसे में 276 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ के डीआईजी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'हमारी जानकारी के अनुसार, दो सौ से अधिक मौतें हुई हैं। शव बरामद किए जा रहे हैं और दो सौ से अधिक लोग घायल हैं। पहले दिन, 150 लोगों को बचाया गया था और हम अभी भी खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं। अब तक वहां भारतीय सेना, एनडीआरएफ, फायर सर्विसेज, आईएएफ, आईसीजी और अन्य की पर्याप्त टीमें मौके पर हैं और केरल के सीएम और अन्य अधिकारियों ने एक समीक्षा बैठक की।'

    तबाही की सीमा अभी पता नहीं: आरिफ

    वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि वायनाड में भूस्खलन से हुई तबाही की सीमा अभी तक ज्ञात नहीं है, क्योंकि बचाव दल भूस्खलन की चपेट में आई पहली बस्ती तक भी नहीं पहुंच पाए हैं। उन्होंने भी दावा किया कि आपदा में मरने वालों की संख्या 200 का आंकड़ा पार कर गई है।

    राज्यपाल ने कहा कि अब तक बरामद किए गए शव ज्यादातर एक ही गांव के हैं, जो चालियार नदी के अपना रास्ता बदलने के कारण तबाह हो गए थे।

    राहुल और प्रियंका ने किया दौरा

    गुरुवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी बहन प्रियंका गांधी के साथ वायनाड पहुंचे और यहां स्थिति का जायजा लेते हुए पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक राष्ट्रीय आपदा है। देखते हैं सरकार क्या कहती है। प्रियंका गांधी ने कहा कि हमने पूरा दिन उन लोगों से मिलने में बिताया है, जो पीड़ित हैं। यह बहुत बड़ी त्रासदी है। हम केवल कल्पना ही कर सकते हैं कि लोगों को कितना दर्द हो रहा है।

    सरकार ने शुरू किया फंड जुटाने का अभियान

    इधर, वायनाड में भूस्खलन के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) में योगदान की अपील को महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। अभियान के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिए बड़ी संख्या में दान आ रहा है। तिरुवनंतपुरम में विधायक वीके प्रशांत के नेतृत्व में आपदाग्रस्त क्षेत्र का समर्थन करने के लिए गुरुवार को "वट्टियूरकावु स्टैंड्स विद वायनाड" नामक एक अभियान शुरू किया गया। इसके तहत लोगों को वायनाड के प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिए सीएमडीआरएफ को 100 रु. रुपये का योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।