Video: '5 साल की मेहनत है वक्फ', पीएम मोदी ने बोहरा समाज को बताई कानून लाने की सच्चाई
दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बोहरा समुदाय ने संसद से पारित वक्फ संशोधन का स्वागत किया और इस कानून को पारित करवाने के लिए पीएम मोदी का आभार जताया। बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वक्फ रातोंरात नहीं आया है इसे लाने के लिए पांच सालों तक काम किया गया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुरुवार को दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बोहरा समुदाय ने संसद से पारित वक्फ संशोधन का स्वागत किया और इस कानून को पारित करवाने के लिए पीएम मोदी का आभार जताया।
'पांच साल की मेहनत है वक्फ'
इस दौरान बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "वक्फ रातोंरात नहीं आया है, इसे लाने के लिए पांच सालों तक काम किया गया"। उन्होंने कहा कि लगातार पांच साल तक बारिकी से काम करते हुए इसे लाया गया है।
पीएम मोदी ने कहा, "बोहरा समाज हो या शिया मुस्लिम हो, ये काफी मुसिबत में हैं। इनकों अलग से प्रोटेक्ट करना पड़ेगा। फिर काफी सोच-समझकर मैंने इस व्यवस्था को विकसित करने का प्रयास किया।"
"𝐏𝐌 𝐡𝐚𝐬 𝐛𝐫𝐨𝐮𝐠𝐡𝐭 𝐖𝐚𝐪𝐟 𝐀𝐦𝐞𝐧𝐝𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐀𝐜𝐭 𝐧𝐨𝐭 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐟𝐨𝐫 𝐦𝐢𝐧𝐨𝐫𝐢𝐭𝐢𝐞𝐬 𝐛𝐮𝐭 𝐟𝐨𝐫 𝐦𝐢𝐧𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐢𝐧 𝐦𝐢𝐧𝐨𝐫𝐢𝐭𝐢𝐞𝐬."
— BJP (@BJP4India) April 17, 2025
- Delegation of Dawoodi Bohra Community
PM Modi interacted with the delegation at his residence at Lok… pic.twitter.com/XSKaB5jpyS
प्रधानमंत्री ने कहा, "वक्फ संशोधन कानून का उद्देश्य गरीबों को सशक्त बनाना और उन महिलाओं की रक्षा करना है, जिन्होंने पारिवारिक संपत्तियों को वक्फ में बदलने की शिकायत की थी। मुस्लिम विधवा महिलाओं को बहुत अन्याय का सामना करना पड़ता है। हमारा काम ऐसे लोगों को सशक्त बनाना है और उन्हें न्याय सुनिश्चित करना हमारा प्रयास है।"
उन्होंने यह भी कहा कि दाऊदी बोहरा नेता सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन पहले व्यक्ति थे जिनसे उन्होंने वक्फ विधेयक पर परामर्श किया था।
'मुस्लिम महिलाओं की शिकायतें हुई प्राप्त'
सैयदना मुफ़द्दल सैफ़ुद्दीन के सहयोग को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने धार्मिक नेता के साथ मिलकर तीन साल तक मसौदा और कानूनी सलाह पर काम किया था।
उन्होंने कहा, "कानून बाद में बना। 2019 में शुरू में मुस्लिम समुदाय की ओर से न्याय की मांग करते हुए 1700 से ज़्यादा शिकायतें आईं और ज़्यादातर शिकायतें महिलाओं की ओर से आईं। तब मैंने कहा, चलो सच्चाई की जांच करते हैं। वक्फ बिल रातों-रात तैयार नहीं हुआ। हमने वक्फ के सभी पहलुओं पर पांच साल तक चर्चा की।"
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी थे मौजूद
दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' की सोच पर विश्वास जताया। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे।
पीएम मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट
पीएम मोदी ने इस बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया और लिखा, "दाऊदी बोहरा समुदाय के सदस्यों के साथ एक अद्भुत बैठक हुई! हमने बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की।"
Had a wonderful meeting with members of the Dawoodi Bohra community! We talked about a wide range of issues during the interaction.@Dawoodi_Bohras pic.twitter.com/OC09EgcJPG
— Narendra Modi (@narendramodi) April 17, 2025
बोहरा समुदाय ने पीएम मोदी को बताई अपनी बात
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत के दौरान दाऊदी बोहरा समुदाय के एक सदस्य ने बताया कि वो 1923 से ही वक्फ नियमों से छूट की मांग कर रहे थे। उन्होंने नए कानून के जरिए अल्पसंख्यकों के भीतर अल्पसंख्यकों का ख्याल रखने के लिए उनकी सराहना की।
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