Vice President Election: उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA का पलड़ा कितना भारी? क्या कहते हैं आंकड़े
Vice Presidential Election उपराष्ट्रपति पद के चुनाव कल होने वाले हैं जिसमें NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। पिछली बार जगदीप धनखड़ को 75% वोट मिले थे लेकिन इस बार क्रॉस वोटिंग के चलते राधाकृष्णन को कम वोट मिलने की संभावना है। YSR कांग्रेस ने समर्थन का ऐलान किया है वहीं BRS और BJD ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लंबे इंतजार के बाद कल यानी मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव (Vice Presidential Election) होने वाले हैं। इसे लेकर सियासी हलचल तेज गई है। बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। हालांकि पिछली बार के मुकाबले इस बार जीत की चमक फीकी पड़ सकती है।
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में संसद के सभी सदस्य सीक्रेट बैलेट में वोट डालेंगे। लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद इस वोटिंग में हिस्सा लेंगे। वैसे तो सांसद अपनी मर्जी से किसी भी उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं, लेकिन ज्यादातर सदस्य पार्टी के आदेश का पालन करते हुए अपने गुट के उम्मीदवार को ही मत देते हैं।
धनखड़ को मिले थे 75 फीसदी वोट
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग भी बेहद आम है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव पिछले चुनाव में बीजेपी का साथ दे चुके हैं। 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने शानदार बहुमत हासिल किया था। अपने गुट के अलावा उन्हें YSR कांग्रेस, बीजेडी का भी समर्थन मिला था। जगदीप धनखड़ को कुल 75 प्रतिशत वोट मिले थे।
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन। फाइल फोटो
जीत के लिए कितने वोट चाहिए?
वर्तमान समय की बात करें तो राज्यसभा में 239 और लोकसभा में 542 सांसद हैं। दोनों को मिलाकर सांसदों की संख्या 781 हो जाती है और उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को जीत के लिए आधे सांसदों यानी 391 वोटों की जरूरत होगी। इन आंकड़ों के अनुसार, NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय है।
क्रॉस वोटिंग पर बना सस्पेंस
पिछली बार की तरह इस बार भी जगनमोहन रेड्डी की पार्टी YSR कांग्रेस ने सीपी राधाकृष्णन को समर्थन देने की घोषणा की है। YSRCP के पास कुल 11 सांसद (7 लोकसभा और 4 राज्यसभा में) हैं।
बीआरएस के पास 4 और बीजेडी के 7 सांसद हैं, लेकिन इन पार्टियों ने अभी तक अपना पक्ष साफ नहीं किया है। आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालिवाल के भी AAP के साथ रिश्ते बेहतर नहीं हैं। ऐसे में स्वाति किसे वोट देंगी, इसपर भी सस्पेंस बना हुआ है। इसके अलावा लोकसभा में 7 निर्दलीय सांसद भी मौजूद हैं।
धनखड़ के मिले थे ज्यादा वोट
अगर यह सभी सांसद राधाकृष्णन को वोट देते हैं, तो उन्हें 458 वोट मिलने की उम्मीद है, जो जगदीप धनखड़ की जीत से काफी कम है। तीन साल पहले हुए चुनाव में पूर्व उपराष्ट्रपति ने 528 मतों से जीत हासिल की थी।
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