Rajasthan: जोधपुर में वसुंधरा राजे का दौरा, भागवत समेत संघ के शीर्ष पदाधिकारियों से की अहम मुलाकात
पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे मैं अपने दौरे के दूसरे दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ आरएसएस के अन्य अधिकारियों से मुलाकात की है । राजे की 20 से 25 मिनिट की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं में तेजी आ गयी है।जोधपुर में अपने दौरे के दूसरे दिन वसुंधरा राजे ने अलग अलग धार्मिक स्थल पर जाकर धर्म गुरुओं से भी आशीर्वाद लिया।

जेएनएन, जोधपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे मैं अपने दौरे के दूसरे दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ आरएसएस के अन्य अधिकारियों से मुलाकात की है । राजे की 20 से 25 मिनिट की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं में तेजी आ गयी है।
राजे ने धर्मगुरुओं से भी आशीर्वाद लिया
जोधपुर में अपने दौरे के दूसरे दिन वसुंधरा राजे ने अलग अलग धार्मिक स्थल पर जाकर धर्म गुरुओं से भी आशीर्वाद लिया। उसके साथ ही लाल सागर स्थित आदर्श विद्या मंदिर पहुंचकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष पदाधिकारियों से मुलाकात की।
इस दौरान राजे ने संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, सी.आर. मुकुंदा, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार, अतुल लिमये और कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैध सहित अन्य पदाधिकारियों से मुलाकात की।
जोधपुर में अलग-अलग बैठकों का दौर शुरू
संघ की ओर से 1 सितंबर से जोधपुर में अलग-अलग बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। 5 से 7 सितंबर तक यहां समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठकें प्रस्तावित हैं, जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर कई रणनीतिक विषयों पर चर्चा होगी।इस बैठकों में संघ के 32 आनुषंगिक संघटनो के पदाधिकारी समिल्लित हो रहे हैं।
शेरगढ़ विधायक "बाबूसिंह जिंदाबाद" कहां है : राजे
जोधपुर के शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह , जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता रहा है, इस बार अचानक राजनीतिक हलकों में चर्चा का केंद्र बन गए हैं। अब तक हर मौके पर राजे के साथ देखे जाने वाले बाबूसिंह को लेकर पहली बार अलग संकेत सामने आए।
दरअसल, शेरगढ़ क्षेत्र में वसुंधरा राजे के काफिले के गुजरने के दौरान स्थानीय लोग "बाबूसिंह जिंदाबाद" के नारे लगा रहे थे। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा – "बाबूसिंह जिंदाबाद कहां है?" राजे के इस सवाल ने पूरे सियासी माहौल में नई हलचल पैदा कर दी है।
सियासी गलियारों में इस छोटे से 15 सेकंड के वीडियो को बड़ा संदेश माना जा रहा है। चर्चाओं का दौर है कि क्या बाबूसिंह केवल विधायक बन कर रह जाएंगे या उनकी राजनीति का दायरा और सीमित हो जाएगा।
बाबूसिंह समर्थकों बात को बैठाने की कोशिश की, जल्द मुंह से निकल गया ’जयपुर’ हैं । राजस्थान की राजनीति में यह घटना भाजपा की आंतरिक समीकरणों को लेकर नए संकेत देती नजर आ रही है।
वसुंधरा की भागवत से मुलाकात ने राजनीतिक हलचल बढ़ाई
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने बुधवार को जोधपुर में आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत से मुलाकात की। यह मुलाकात लगभग 20 मिनट तक चली, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। वसुंधरा की भागवत से यह दूसरी मुलाकात है। इसके पहले वह दिल्ली में भी उनसे मिल चुकी हैं।
भागवत इस समय जोधपुर के आदर्श डिफेंस एंड स्पोर्ट्स अकादमी में ठहरे हुए हैं। मुलाकात के बाद वसुंधरा के पिछले पांच दिनों में दिए गए बयानों की भी खूब चर्चा हो रही है।
भागवत ने कही थी ये बात
एक दिन पहले उन्होंने जोधपुर में ही कहा कि यदि हम लड़ेंगे और अलग-अलग रहेंगे तो समस्या होगी। राजस्थान एक परिवार है, जिसमें सभी धर्मों और जातियों के लोग प्रेम से रह सकते हैं। पिछले सप्ताह धौलपुर में उन्होंने कहा था कि वनवास भगवान राम के जीवन का ही हिस्सा नहीं है। यह हर इंसान के जीवन का एक हिस्सा है।
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