Uttarkashi Cloud Burst: ताश के पत्तों की तरह ढह गए होटल और मकान; Google Earth ने कैद किया तबाही का मंजर
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी। इस आपदा में कम से कम चार लोगों की जान चली गई और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। गूगल अर्थ ने भी इस तबाही को कैद किया है जिसमें पहले के मकान और होटल अब मलबा बन गए हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हरसिल के पास धराली क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। इलाके में तबाही का मंजर पसरा हुआ है।
तबाही के इस मंजर को गूगल अर्थ ने भी कैद किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि जो मकान और होटल पहले थे वो अब नहीं हैं। अब एक सपाट इलाका हो चुका है और हर तरफ मलबा ही मलबा पड़ा हुआ है।
भारतीय सेना के कैंप से 4 किमी. दूर मची तबाही
भूस्खलन दोपहर करीब 1:45 बजे धराली गांव के पास हुआ, जो हर्षिल में भारतीय सेना शिविर से मात्र 4 किमी दूर है। धराली गंगोत्री के रास्ते में मुख्य पड़ाव है और यहां कई होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि खीर गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने से विनाशकारी बाढ़ आई।
और हर तरफ मच गई चीख पुकार
इलाके के गांवों में अफरा-तफरी मच गई और लोग सूखी जमीन की तलाश में इधर-उधर भागते दिखे। इलाके में पानी का तेज बहाव देखा गया। लोगों को दहशत में चीखते-चिल्लाते सुना गया।
सेना ने क्या कहा?
सेना ने कहा कि उसकी पहली टीमें कस्बे में पहुंच गई हैं। सेना ने कहा, "धराली में एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिससे बस्ती में अचानक मलबा और पानी का बहाव शुरू हो गया।"
धराली के मार्केट में हुआ भारी नुकसान
जल स्तर में अचानक वृद्धि के बाद, धराली के पास खीर गढ़ में स्थानीय बाजार क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नुकसान की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस, अग्निशमन विभाग, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और भारतीय सेना को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी।
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