अब रेल मंत्री के सैलून में कोई भी कर सकेगा सफर
सैलून या निरीक्षण कार में दो परिवार रह सकते हैं। पांच दिनों तक इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आइआरसीटीसी को उनके लिए निर्धारित दो सैलून का भी आम लोगों के लिए इस्तेमाल करने को कहा है। रेल मंत्री ने रेलवे की कैटरिंग शाखा से ऐसे सैलून जिनका इस्तेमाल सुरक्षा या संचालन में नहीं हो रहा है, उनका भुगतान के आधार पर वाणिज्यिक उपयोग करने को कहा है।
इसी वर्ष मार्च में आइआरसीटीसी ने देश के पहले सैलून कोच को सार्वजनिक इस्तेमाल में लाया। केवल रेल अधिकारियों के लिए आरक्षित इस सैलून में वातानुकूलित कक्ष, अटैच बाथरूम और वालेट सर्विस भी है।
सूत्र ने कहा, 'मंत्री का अनुभव है कि सैलून उपनिवेश कालीन मानसिकता है। आधुनिक भारत में इसके लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने न केवल अपने लिए निर्धारित दो सैलून का त्याग किया है, बल्कि आइआरसीटीसी से ऐसे सैलूनों को भी त्यागने के लिए कहा है जिनका इस्तेमाल रेलवे द्वारा नहीं किया जा रहा है। उनका वाणिज्यिक इस्तेमाल करने को कहा है।'
सैलून या निरीक्षण कार में दो परिवार रह सकते हैं। पांच दिनों तक इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें दो बेडरूम, एक लाउंज, एक पैंट्री, एक टायलेट और एक किचन होता है। रेलवे के विभिन्न जोन के पास कुल 336 सैलून हैं। इनमें से 62 वातानुकूलित हैं।