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    अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भारत से साझेदारी महत्वपूर्ण : अमेरिकी सांसद

    By AgencyEdited By: Ashisha Singh Rajput
    Updated: Mon, 14 Aug 2023 12:13 AM (IST)

    भारतवंशी अमेरिकी सांसद थानेदार अमेरिकी सांसदों के उस द्विदलीय समूह का हिस्सा हैं जो 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन सहित कई कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए भारत आया है। इसका नेतृत्व भारतवंशी अमेरिकी सांसद रो खन्ना और सांसद माइकल वाल्ट्ज कर रहे हैं। रो खन्ना और वाल्ट्ज भारत और भारतीय अमेरिकियों से संबंधित द्विदलीय अमेरिकी काकस के सह-अध्यक्ष हैं।

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    भारतवंशी अमेरिकी सांसद थानेदार अमेरिकी सांसदों के उस द्विदलीय समूह का हिस्सा हैं -

    नई दिल्ली, पीटीआई। चीन की आक्रमकता और यूक्रेन संकट से निपटने के लिए भारत- अमेरिका के बीच साझेदारी महत्वपूर्ण है। अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने रविवार को कहा कि अमेरिकी संसद (कांग्रेस) में आम राय है कि नई दिल्ली के साथ वाशिंगटन के मजबूत संबंध अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद अहम है।

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    स्‍वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने आए हैं अमेरिकी सांसद

    भारतवंशी अमेरिकी सांसद थानेदार अमेरिकी सांसदों के उस द्विदलीय समूह का हिस्सा हैं जो 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन सहित कई कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए भारत आया है। इसका नेतृत्व भारतवंशी अमेरिकी सांसद रो खन्ना और सांसद माइकल वाल्ट्ज कर रहे हैं। रो खन्ना और वाल्ट्ज भारत और भारतीय अमेरिकियों से संबंधित द्विदलीय अमेरिकी काकस के सह-अध्यक्ष हैं।

    चीन और रूस को मिलेगा संदेश

    थानेदार ने कहा, पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन की मित्रता ने संकेत दिया कि हम संबंधों के अगले दौर में प्रवेश कर रहे हैं। हमारी यात्रा का उद्देश्य उस रिश्ते को चिरस्थायी मित्रता में बदलना है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि अमेरिका और भारत अंतरिक्ष एवं रक्षा क्षेत्रों में साथ काम करें। इससे चीन और रूस को संदेश मिलेगा कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

    रूस अमेरिका में से एक को चुनने का समय आ गया है

    रूस के साथ भारत के संबंधों पर थानेदार ने कहा, मेरा मानना है कि अब किसी एक को चुनने का समय आ गया है। अमेरिका, भारत को यह नहीं बता सकता कि उसे क्या करना चाहिए। लेकिन हमें उम्मीद है कि भारत, रूस के साथ अपने संबंधों पर विचार करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को आव्रजन और एच1बी वीजा से संबंधित मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है।