UP Board Result 2019: पैरेंट्स को सुझाव- रिजल्ट के बाद बच्चों पर न थोपें अपनी इच्छाएं
UP Board Result 2019 पैरेंट्स ही अपने बच्चों को सबसे ज्यादा समझते हैं ऐसें में बच्चों पर अपनी इच्छाओं को थोपना बेमानी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। UP Board Result 2019: भारतीय पैरेंट्स की सबसे बड़ी समस्या है कि वह ज्यादा पीयर प्रेशर में रहते हैं। उन पर सामज को दिखाने का दबाव होता है कि उनका बच्चा बेस्ट है। शायद इस चक्कर में वह खूबी खो देते हैं, जो एक पैरेंट्स में होती है। एक बच्चे को अगर कोई सबसे ज्यादा जानता, समझता है, तो वह पैरेंट्स ही हैं। उसे क्या अच्छा लगता है और क्या खराब, इसे आपसे बेहतर भला कौन समझ सकता है। इसके बावजूद अगर आप ही बिना उसकी इच्छा/रुचि जानें, उस पर अपने मनमुताबिक चलने और पढ़ने का दबाव बनाते हैं, तो इसका मतलब यही होगा कि आपको उसकी खुशियों की चिंता बिल्कुल नहीं है।
जरा सोचें, अगर वह आपके डर, लिहाज या सम्मान में आपकी बात मान भी लेता है, तब भी मन न लगने के कारण क्या वह उसमें अच्छा प्रदर्शन कर पाएगा? और तब इस खराब प्रदर्शन पर आपको कैसा लगेगा? बेशक इस पर आप गुस्सा होंगे, लेकिन इससे क्या होगा? वह तो आपके दबाव पर ही उस दिशा में पढ़ाई कर रहा था, पर रुचि न होने से वह परफॉर्म नहीं कर सका।
बेमन से पढ़ाई करने के बाद फेल होने पर या फेल होने के डर और दबाव को सहन न कर पाने के कारण अगर वह कहीं ‘आत्महत्या’ जैसा कोई नकारात्मक कदम उठा लेता है, तब आप और पूरे परिवार पर क्या बीतेगी? आप तो अपनी संतान को भविष्य में सफलता की ऊंचाई पर देखना चाहते हैं ना, फिर क्यों नहीं उसकी पसंद को समझने का प्रयास करते और उसे उसी दिशा में आगे बढ़ने में उसके साथ खड़े होते हैं? उसकी शैतानियों के पीछे छिपे हुनर को देखें-जानें तो सही, वह आपको अपनी उपलब्धियों से चौंकाएगा भी और खुशियों से सराबोर भी कर देगा।
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