धार और बैतूल में देश के पहले पीपीपी मोड में खुल रहे मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास, जेपी नड्डा ने पीएम मोदी को लेकर कही ये बात
मध्य प्रदेश के धार और बैतूल जिलों में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर आधारित मेडिकल कॉलेजों का भूमिपूजन करते हुए मंगलवार को केंद्रीय स्वास ...और पढ़ें

पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन: नड्डा (फाइल फोटो)
जेएनएन, धार/बैतूल। मध्य प्रदेश के धार और बैतूल जिलों में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर आधारित मेडिकल कालेजों का भूमिपूजन करते हुए मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है।
आज देशभर में एक लाख, 81 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यरत हैं। इनमें गर्भावस्था से लेकर बच्चे के 16 वर्ष की आयु तक मातृ-शिशु स्वास्थ्य की जिम्मेदारी सरकार निभा रही है। गंभीर हृदय रोग और नेत्र रोग जैसी बीमारियां अब पहले जैसी चुनौती नहीं रहीं।
वैश्विक आंकड़े बताते हैं कि भारत में संस्थागत प्रसव की दर 89 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जिससे मातृ व शिशु मृत्यु दर में बड़ी कमी आई ह। 40 करोड़ लोगों की हाइपरटेंशन और डायबिटीज स्क्रीनिंग की गई है। कैंसर और टीबी के मामलों में भी उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। यह सब सरकार की दूरदर्शी नीतियों और युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे स्वास्थ्य अभियानों का परिणाम है।
नड्डा ने कहा कि धार में देश का पहला पीपीपी मॉडल मेडिकल कॉलेज बनेगा और इसी मॉडल पर बैतूल में दूसरा मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। अगले माह मध्य प्रदेश के पन्ना और कटनी में भी मेडिकल कॉलेजों का भूमिपूजन प्रस्तावित है। सुदूर ग्रामीण अंचल में स्थापित किए जाने वाले इन मेडिकल कॉलेजों से तैयार होकर एमबीबीएस डॉक्टर गांव-गांव तक चिकित्सीय सेवाएं देंगे।
मप्र में पांच से बढ़कर हुए 33 मेडिकल कॉलेज
नड्डा के साथ दोनों कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2002-03 तक प्रदेश में केवल पांच मेडिकल कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 33 हो चुके हैं। बीते दो वर्षों में छह नए शासकीय मेडिकल कालेज शुरू किए गए हैं, जिनमें आदिवासी अंचल सिंगरौली और श्योपुर भी शामिल हैं। 2030 से पहले 75 हजार नई मेडिकल सीटें बढ़ाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने की मुलताई का नाम मूलतापी करने की घोषणा
बैतूल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सूर्यपुत्री मां ताप्ती की उद्गम स्थली का नाम मुलताई से बदलकर मूलतापी करने की घोषणा की। कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री ने बैतूल में आदिवासी महानायकों की स्मृति में केंद्र सरकार के सहयोग से आदिवासी संग्रहालय बनाने की बात भी कही।
नड्डा ने किए महाकाल के दर्शन
धार कार्यक्रम में शामिल होने से पहले जेपी नड्डा ने डॉ. मोहन यादव के साथ उज्जैन में भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना की। इसके बाद मंदिर समिति के अन्नक्षेत्र में श्रद्धालुओं को पोहा प्रसादी का वितरण कर स्वयं भी उनके साथ बैठकर प्रसादी ग्रहण की।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।