Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    केंद्रीय कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र में बदलाव का कोई प्रस्ताव नहीं, लोकसभा में सरकार ने किया स्पष्ट

    By AgencyEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Wed, 09 Aug 2023 03:37 PM (IST)

    केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में स्पष्ट किया कि सरकार के पास केंद्रीय कर्मचारी की सेवानिवृति की उम्र में बदलाव को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र में बदलाव का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। बता दें कि इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही थी जो अब साफ हो चुका है।

    Hero Image
    जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र में बदलाव का कोई प्रस्ताव नहीं है।

    नई दिल्ली, पीटीआई। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र में बदलाव का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई बिल पेश करने को लेकर बातचीत नहीं चल रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तीन वर्षों में 122 सरकारी अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति

    लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि सेवा नियमों के विभिन्न प्रावधानों के तहत पिछले तीन वर्षों में 122 सरकारी अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है।

    कार्मिक राज्य मंत्री ने कहा,

    विभिन्न मंत्रालयों/विभागों/कैडर नियंत्रण प्राधिकरणों (सीसीए) द्वारा प्रदान की गई प्रोबिटी पोर्टल (30.06.2023 तक) पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मौलिक नियमों (एफआर) -56 (जे) / समान प्रावधानों के प्रावधान चालू वर्ष सहित पिछले तीन वर्षों (2020-2023) के दौरान कुल 122 अधिकारियों के मामले सामने आए।

    सेवानिवृत्ति की उम्र में बदलाव का कोई प्रस्ताव नहींः सरकार

    सदन में केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु में बदलाव का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रावधानों के तहत समीक्षा प्रक्रिया का उद्देश्य समानता लाना और प्रशासनिक मशीनरी को मजबूत करना है।

    प्रशासन को मजबूत करने में जुटी है केंद्र सरकार

    मंत्री ने बताया कि सरकार प्रशासन को मजबूत करने और शासन में समग्र कार्य कुशलता में सुधार के लिए डिजिटलीकरण, ई-ऑफिस के बढ़ते उपयोग, नियमों के सरलीकरण, आवधिक कैडर पुनर्गठन और अनावश्यक कानूनों को खत्म करने पर अधिक जोर देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।