पाकिस्तान मंत्री को केंद्रीय मंत्री ने दिया जवाब, पुरी बोले- पानी में कूद जाएं बिलावल, पर पानी ही नहीं तो कूदेंगे कहां?
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बिलावल भुट्टो जरदारी की टिप्पणी पर जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मैंने उनका बयान सुना। उन्हें बताएं कि वे कहीं पानी में कूद जाएं। लेकिन जब पानी ही नहीं होगा तो वे कैसे कूदेंगे? ऐसे बयानों को महत्व न दें।पुरी ने आगे कहा कि पहलगाम की घटना स्पष्ट रूप से सीमा पार से प्रायोजित आतंकी हमला है।

जेएनएन, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी(पीपीपी) के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी की टिप्पणी पर जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा - 'मैंने उनका बयान सुना। उन्हें बताएं कि वे कहीं पानी में कूद जाएं। लेकिन, जब पानी ही नहीं होगा तो वे कैसे कूदेंगे? ऐसे बयानों को महत्व न दें।'
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पीपीपी नेता ने सिंध प्रांत में एक रैली के दौरान कहा था कि सिंधु हमारा है और हमेशा हमारा रहेगा या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका (भारतीयों का) खून।
पाकिस्तान अपने पतन की ओर बढ़ रहा है
पुरी ने आगे कहा कि पहलगाम की घटना स्पष्ट रूप से सीमा पार से प्रायोजित आतंकी हमला है। पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। यह तो बस शुरुआत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसे देश में तब्दील हो चुका है जो अंतत: पतन की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि पहले की तरह अब पाकिस्तान से कोई कारोबार जारी नहीं रहेगा। उधर, मुंबई में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब तक 140 करोड़ भारतीय देशभक्ति और राष्ट्रीयता को अपना परम धर्म नहीं मानेंगे, तब तक पहलगाम जैसे घटनाएं देश के समक्ष दिक्कत खड़ी करती रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कृत्य भारत की भावना को कभी नहीं तोड़ सकते।
पर्यटन जल्द ही पुन: शुरू होगा- केंद्रीय मंत्री
उन्होंने कहा- ''भारत के लोगों में शक्ति, साहस और आत्मविश्वास है। पर्यटन जल्द ही पुन: शुरू होगा। श्रद्धालु अपनी अमरनाथ यात्रा जारी रखेंगे और कश्मीर प्रगति के पथ पर मजबूती से आगे बढ़ता रहेगा। इसे कोई नहीं रोक सकता।''
उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती वैश्विक स्थिति से कुछ शक्तियां परेशान हैं और यह आतंकी हमला उन्हीं की ओर से हताश होकर उठाया गया कदम है। यह एक असहनीय हमला है, लेकिन हम किसी को भी नहीं छोड़ेंगे। भारत के पास एक उचित जवाब देने की पर्याप्त शक्ति है।
आंतरिक खतरों का मुकाबला करने में भारत की सफलता
आंतरिक खतरों का मुकाबला करने में भारत की सफलता जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि जैसे हम नक्सलवाद को तेजी से समाप्त कर रहे हैं, हम आतंकवाद को भी इसी तरह परास्त करेंगे। भारत की शक्ति और संकल्प अडिग हैं।
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