केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सीएए के महत्व को फिर किया रेखांकित, विपक्ष पर साधा निशाना
इससे पहले दिन में शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि 2020 और 2021 में शरण लेने वाले अफगानिस्तान के सिखों और हिंदुओं को शामिल करने के लिए सीएए में जरूरी संशोधन किए जाएं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। अफगानिस्तान से कई अफगान सिखों और हिंदुओं को भारत लाए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की अहमियत को रेखांकित किया है। साथ ही उन लोगों पर निशाना भी साधा जिन्होंने इस कानून का विरोध किया था। हाल में पुरी ने ट्वीट करके भी अफगानिस्तान के हालात के परिप्रेक्ष्य में इस कानून की अहमियत का जिक्र किया था।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हरदीप पुरी ने कहा कि अभी तक अफगानिस्तान से 626 लोगों को निकाला गया है, इनमें 228 भारतीय नागरिक और 77 अफगान सिख शामिल हैं। किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, 'जो लोग सीएए का विरोध कर रहे थे वे आज मांग कर रहे हैं कि इसकी कटआफ तिथि 2014 से बढ़ाकर 2021 कर देनी चाहिए।'
इससे पहले दिन में शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि 2020 और 2021 में शरण लेने वाले अफगानिस्तान के सिखों और हिंदुओं को शामिल करने के लिए सीएए में जरूरी संशोधन किए जाएं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों की मदद करके भारत ने मानवीय कदम उठाया है और भारतीय नागरिकता देकर उनकी मदद करना बहुत अच्छा होगा।
बता दें कि सीएए में 2014 तक भारत आ चुके पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के धार्मिक प्रताड़ना के शिकार गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने का प्रविधान है।
केंद्रीय मंत्री ने कुछ दिन पहले एक लेख को ट्वीट कर सीएए को बताया था जरूरी
वहीं, कुछ दिन पहले अफगानिस्तान संकट का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को जरूरी बताया था। एक समाचार लेख को साझा करते हुए सिंह ने ट्वीट कर लिखा था कि हमारे पड़ोस की ताजा घटना और जिस तरह सिख और हिंदुओं के साथ वहां बर्ताव बताता है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू करना क्यों जरूरी है।