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बंद हुई ट्रेवल कंपनी 'थॉमस कुक', अगर आपने भी लिया है पैकेज; यहां जानें आपकी छुट्टियों का क्या होगा...

अगर आपने भी थॉमस कुक से अपना टूर पैकेज लिया है तो घबराइए नहीं हम बता रहे हैं आपकी छुट्टियों पर इसका क्या असर पड़ेगा।

By Manish PandeyEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 07:43 PM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 07:43 PM (IST)
बंद हुई ट्रेवल कंपनी 'थॉमस कुक', अगर आपने भी लिया है पैकेज; यहां जानें आपकी छुट्टियों का क्या होगा...
बंद हुई ट्रेवल कंपनी 'थॉमस कुक', अगर आपने भी लिया है पैकेज; यहां जानें आपकी छुट्टियों का क्या होगा...

नई दिल्ली, जेएनएन। दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में से एक थॉमस कूक (Thomas Cook) बंद हो गई है। कंपनी के दिवालिया होने की वजह से पूरी दुनिया में उसके लाखों ग्राहक फंस गए हैं। लाखों ग्राहकों ने छुट्टियां बिताने के लिए कंपनी का पैकेज लिया था। हो सकता है आपने भी इस ट्रेवल कंपनी से अपना टूर पैकेज लिया हो। घबराइए नहीं आगे हम बता रहे हैं कि आपकी छुट्टियों पर इसका क्या असर पड़ेगा।

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भारत पर कितना पड़ेगा असर

सबसे पहले आपको बता दें कि थॉमस कूक यूके और थॉमस कूक इंडिया दोनों ही अलग-अलग हैं। जो कंपनी दिवालिया हुई है उसका नाम थॉमस कूक यूके हैं। थॉमस कुक यूके के दिवालिया होने से भारतीय ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर आपने थॉमस कुक इंडिया से अपना टूर पैकेज प्लान किया है तो आपको कोई परेशानी नहीं होने वाली है। आप तय समय पर अपनी छुट्टियों का मजा ले सकते हैं।

दिवालिया ग्रुप से कोई लेना-देना नहीं

थॉमस कुक इंडिया लिमिटेड ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत है। थॉमस कुक यूके के दिवालिया होने से भारतीय ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दिवालिया ग्रुप से उसका कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि 2012 में कनाडा के ग्रुप फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग ने थॉमस कुक इंडिया का 77 फीसदी हिस्सा खरीद लिया था। तब से थॉमस कुक यूके का थॉमस कुक इंडिया में कोई हिस्सा नही है।

6 लाख पर्यटक दुनियाभर में फंसे

अगर विदेश में रहते हैं और थॉमस कुक यूके से अपना टूर पैकेज लिया है तो ये आपके लिए मुसीबत बन सकती है। थॉमस कुक यूके के जरिए भारत और दूसरे देशों की यात्रा करने वाले लाखों पर्यटक जहां-तहां फंसे हुए हैं। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 6 लाख पर्यटक दुनियाभर में फंसे हुए हैं। इनमें से 1.5 लाख ब्रिटेन के हैं।

21 हजार लोगों की नौकरियों पर संकट

काफी समय से फंड की कमी से जूझ रही कंपनी सोमवार को कलेप्स हो गई। कपंनी के गिर जाने पर इसके चीफ एग्जिक्युटिव Peter Fankhauser ने कहा कि यह काफी अफसोस की बात है कि कंपनी कर्जदाताओं से राहत पैकेज हासिल करने में असफल रहने के बाद कारोबार से बाहर हो गई है। इस कंपनी में 21,000 से अधिक लोग काम करते हैं। कंपनी के दिवालिया होने के बाद इनकी नौकरियों पर संकट आ गया है।


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