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    'समय पर परीक्षा और दें डिग्री, वरना होगी कार्रवाई', UGC का उच्च शिक्षण संस्थानों को लास्ट अल्टिमेटम

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 08:30 PM (IST)

    यूजीसी ने बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों के विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र की देरी पर नाराजगी जताई है। संस्थानों को समय पर परीक्षा कराने और डिग्री देने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। यूजीसी सचिव ने कहा कि देरी से छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। यूजीसी दाखिले की प्रक्रिया पर भी नजर रखेगी ताकि सत्र समय पर शुरू हो सके।

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     UGC का उच्च शिक्षण संस्थानों को लास्ट अल्टिमेटम

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार और झारखंड सहित देश के करीब दर्जन भर राज्यों के बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों व उससे संबद्ध उच्च शिक्षण संस्थानों में लेटलतीफ चल रहे शैक्षणिक सत्र को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भारी नाराजगी जताई है।

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    साथ ही उन्हें फटकार लगाते हुए कहा है कि शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाए, समय पर परीक्षाएं कराए व डिग्री दें अन्यथा अब कार्रवाई होगी। उच्च शिक्षण संस्थानों के शैक्षणिक सत्र की लेटलतीफी को लेकर यूजीसी ने पहली बार इस तरह के तेवर दिखाएं।

    यूजीसी की विश्वविद्यालयों को सख्त चेतावनी

    मौजूदा समय में देश में करीब 11 सौ विश्वविद्यालय है, उनमें करीब 50 केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है। यूजीसी के सचिव प्रोफेसर मनीष जोशी ने उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को लिखे पत्र में कहा है कि उनकी इस लेटलतीफी से छात्रों को कैरियर खराब हो रहा है। वह देरी से डिग्री मिलने के चलते उच्च शिक्षा के लिए कहीं और दाखिला नहीं ले पा रहे है।

    साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में नहीं बैठ पा रहे है, नौकरी नहीं पा रहे है। ऐसे में छात्रों के हितों को देखते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों तय समय में परीक्षा कराए व परिणाम घोषित करें। परिणाम घोषित होने के अधिकतम 180 दिन के भीतर डिग्री देने को भी कहा है।

    शैक्षणिक सत्र में देरी पर नाराजगी

    उन्होंने इस दौरान यूजीसी नियमों का भी हवाला दिया है, जिसमें 180 दिन के भीतर डिग्री न देने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। इसमें विश्वविद्यालय की मान्यता को रद करने सहित वित्तीय मदद रोकने व डिफाल्टर घोषित करने कार्रवाई हो सकती है।

    उच्च शिक्षण संस्थानों को लिखे कड़े पत्र में यूजीसी सचिव ने कहा कि उनके पास विश्वविद्यालयों की लेटलतीफी के मामले लगातार आ रहे है, ऐसे में छात्रों के हित में वह तुरंत जरूरी कदम उठाए।

    समय पर परीक्षा और डिग्री देने का आदेश

    यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उनके पास इस तरह से मामले भी आ रहे है, जिसमें शैक्षणिक सत्रों की लेटलतीफी के चलते तीन वर्ष का कोर्स को पूरा होने में चार साल या उससे भी अधिक समय लग रहा है।

    हालांकि इसके पीछे एक बड़ा कारण इन संस्थानों में दाखिले में होने वाली देरी भी है। ऐसे में यूजीसी नए शैक्षणिक सत्र से इन सभी संस्थानों के दाखिले पर भी पैनी नजर रखने की तैयारी कर रही है, ताकि शैक्षणिक सत्र समय पर शुरू हो सके।