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    Udhayanidhi Stalin: उदयनिधि ने फिर लिया सनातन धर्म का नाम, कहा- हिंदू धर्म के नहीं बल्कि...

    By AgencyEdited By: Shashank Mishra
    Updated: Wed, 06 Sep 2023 04:49 PM (IST)

    उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि वे हिंदू धर्म नहीं बल्कि सनातन धर्म की प्रथाओं के खिलाफ है। उन्होेने इसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं किए जाने पर सवाल उठाया। बता दें कई बीजेपी नेताओं और हिंदू पुजारियों ने उनके बयान की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी ने एमके स्टालिन के बेटे से माफी की मांग की है।

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    उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि वे हिंदू धर्म नहीं बल्कि सनातन धर्म की प्रथाओं के खिलाफ है। (Photo-ANI)

    चेन्नई, एएनआई। डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने अपने विवादित बयान पर सफाई देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित ना करने का मुद्दा उठाया। डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने मीडिया कर्मियों के साथ एक साक्षात्कार में इस बात पर सहमति व्यक्त की कि वह हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि जातिगत भेदभाव जैसी सनातन प्रथाओं के खिलाफ हैं।

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    उदयनिधि ने अपने बयान पर दी सफाई

    सनातन प्रथा के ऐसे किसी उदाहरण के बारे में पूछे जाने पर, उदयनिधि स्टालिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के उद्घाटन में आमंत्रित नहीं किए जाने की घटना का उल्लेख किया। उदयनिधि स्टालिन ने कहा, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था, यह सबसे अच्छा वर्तमान उदाहरण है।" उनसे माफी की मांग के बारे में पूछे जाने पर, उदयनिधि ने मांग का जवाब देने से इनकार कर दिया।

    द्रमुक नेता स्टालिन की तब से कड़ी आलोचना हो रही है जब उन्होंने शनिवार को कहा था कि सनातन धर्म का न केवल विरोध किया जाना चाहिए बल्कि उसे खत्म कर दिया जाना चाहिए।

    हालांकि, विभिन्न नेताओं के हमलों से बेपरवाह, तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सोमवार को कहा कि वह फिर से वही बात दोहराएंगे क्योंकि उन्होंने सभी धर्मों को शामिल किया है, न कि केवल हिंदुओं को।

    उदयनिधि के बयान से पूरे देश में विवाद

    उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि "परसों मैंने एक समारोह में इसके (सनातन धर्म) बारे में बात की थी। मैंने जो भी कहा, वही बात बार-बार दोहराऊंगा। मैंने सिर्फ हिंदुओं को नहीं बल्कि सभी धर्मों को इसमें शामिल किया। मैंने जातिगत मतभेदों की निंदा की। विशेष रूप से, सनातन धर्म पर उदयनिधि की टिप्पणी ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया है।

    कई बीजेपी नेताओं और हिंदू पुजारियों ने उनके बयान की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी ने एमके स्टालिन के बेटे से माफी की मांग की है। भगवा पार्टी के नेताओं ने भी उदयनिधि की टिप्पणी के लिए इंडिया ब्लॉक को दोषी ठहराया है और दावा किया है कि हाल ही में मुंबई में हुई बैठक के दौरान इस तरह के एजेंडे पर चर्चा की गई थी।

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