असम में दो संदिग्ध उग्रवादियों को लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला
असम के कछार जिले में लोगों ने हथियार लेकर जा रहे दो संदिग्ध उग्रवादियों को पीट-पीटकर मार डाला।
सिलचर (असम), प्रेट्र/आइएएनएस। असम के कछार जिले में लोगों ने हथियार लेकर जा रहे दो संदिग्ध उग्रवादियों को पीट-पीटकर मार डाला। इनके पास से तीन एक-56 राइफलों के अलावा चीन की बनी लाइट मशीनगन, 12 बोर की राइफल, 5.56 मिमी की एक राइफल और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
ध्यान रहे कि गुरुवार को तिनसुकिया जिले में उग्रवादियों ने पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के मुताबिक शनिवार को लोगों ने लखीपुर सब-डिवीजन के हरिनगर बाजार में छह संदिग्ध लोगों को देखा। स्थानीय लोगों ने थैले में राइफलें देखकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी। इस दौरान उनके चार साथी तो भाग निकले, लेकिन दो को पकड़ लिया और जमकर पीटा।
मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। एसएसबी ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों की पहचान और उनके कैडर के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस के मुताबिक ये सभी दीमा हसाओ जिले से आए थे।
राज्य सरकार ने परिजनों को दी पांच-पांच लाख की मदद
असम सरकार ने उग्रवादियों द्वारा मारे गए लोगों के परिजनों को रविवार को पांच-पांच लाख रुपये की मदद दी। सादिया से भाजपा विधायक बोलिन चेतिया ने पीडि़तों के घर जाकर चेक दिए। हत्याकांड के बाद राज्य सरकार ने प्रभावित परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद और परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने का वादा किया था।
परिजनों से मिले तृणमूल नेता
इस बीच, रविवार को तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल तिनसुकिया में मारे गए पांच बंगाली लोगों के परिजनों से मिला। राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जब तक इस तरह का घृणित अपराध करने वालों पर कार्रवाई नहीं होती है तब तक पार्टी चुप नहीं बैठेगी।
प्रतिनिधिमंडल ने मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक लाख की मदद भी दी। प्रतिनिधिमंडल के साथ भाजपा विधायक बोलिन चेतिया भी थे।