ED: सट्टेबाजी मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, वेबसाइट के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग मामले में दो गिरफ्तार
ईडी ने आइपीएल क्रिकेट मैचों के अवैध प्रसारण के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों की ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल रहे एक वेबसाइट के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों ने बताया कि फेयरप्ले के तकनीकी और साफ्टवेयर विकास पहलुओं को देखने वाले चिराग शाह और चिंतन शाह को मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत मुंबई में हिरासत में लिया गया।

पीटीआई, नई दिल्ली। ईडी ने आइपीएल क्रिकेट मैचों के अवैध प्रसारण के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों की ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल रहे एक वेबसाइट के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
फेयरप्ले आइपीएल मैचों के अवैध प्रसारण में था शामिल
सूत्रों ने बताया कि फेयरप्ले के तकनीकी और सॉफ्टवेयर विकास पहलुओं को देखने वाले चिराग शाह और चिंतन शाह को मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मुंबई में हिरासत में लिया गया। केंद्रीय एजेंसी ने कहा था कि फेयरप्ले आइपीएल मैचों के अवैध प्रसारण और लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों सहित विभिन्न ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों में शामिल था।
मनी लांड्रिंग का यह मामला मुंबई पुलिस साइबर प्रकोष्ठ की दर्ज प्राथमिकी से सामने आया। जो वॉयकाम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की शिकायत पर फेयरप्ले स्पोर्ट एलएलसी और अन्य के खिलाफ 100 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व की हानि के आरोप में दर्ज की गई थी। इस मामले में ईडी ने पूर्व में 331 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
काली कमाई के सूत्रधार सौरभ व उसके सहयोगियों से ईडी की पूछताछ शुरू
विभिन्न जांच एजेंसियों के छापे में काली कमाई के सूत्रधार निकले मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा, सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल से ईडी ने हिरासत में पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी की प्रश्नावली में सबसे ऊपर वह प्रश्न है, जिससे वे किरदार सामने आ सकें, जिन्होंने सौरभ की काली कमाई में मदद की।
ईडी को 35 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति मिली
बता दें कि सौरभ व उसके सहयोगियों के ठिकानों से ईडी को 35 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति मिली थी। इसके साथ ही एक कार से 54 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये आयकर विभाग ने जब्त किए थे।
ईडी को ग्वालियर में सौरभ के आवास से एक डायरी भी मिली थी, जिसमें शार्ट फार्म में करोड़ों के लेनदेन का हिसाब लिखा है। इसमें टीएम और टीसी भी लिखा है, जिसे क्रमश: ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर (परिवहन मंत्री) और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (परिवहन आयुक्त) से जोड़कर देखा जा रहा है।
डायरी की सच्चाई पूछताछ में ही सामने आएगी
डायरी की सच्चाई पूछताछ में ही सामने आएगी। लोकायुक्त पुलिस द्वारा आय से अधिक संपत्ति मामले में दर्ज एफआइआर के आधार पर ईडी ने प्रकरण कायम कर मामले में जांच प्रारंभ की थी। बता दें कि ईडी ने 27 दिसंबर, 2024 और इस वर्ष 17 जनवरी को सौरभ, चेतन और शरद के आवास, सौरभ के रिश्तेदार व अन्य करीबियों के यहां भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और पुणे में छापा मारा था।
सूत्रों के अनुसार छापे में ऐसे दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं, जिनसे असली किरदारों का पता चल सकता है। ईडी तीनों को एक साथ बैठाकर भी पूछताछ की तैयारी में है।
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