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    तुर्की है हिंदी का मूल स्थान

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    Updated: Fri, 24 Aug 2012 05:35 PM (IST)

    न्यूयॉर्क। हिंदी समेत कई भाषाओं का उदय कहां से हुआ। इस पहेली को शोधकर्ताओं ने सुलझाने का दावा किया है। उनके मुताबिक हिंदी, रूसी, जर्मन और अंग्रेजी भाष ...और पढ़ें

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    न्यूयॉर्क। हिंदी समेत कई भाषाओं का उदय कहां से हुआ। इस पहेली को शोधकर्ताओं ने सुलझाने का दावा किया है। उनके मुताबिक हिंदी, रूसी, जर्मन और अंग्रेजी भाषाओं का उद्भव एंटोलिया में हुआ था, जिसे वर्तमान में तुर्की कहा जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि पश्चिमी एशियाई क्षेत्रों से करीब 8000 से 9500 साल पहले भारतीय-यूरोपीय भाषाएं फैलीं।

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    न्यूजीलैंड में यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड के जीवविज्ञानी क्वेंटीन एटकिंसन के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने सौ से अधिक प्राचीन एवं समकालीन भाषाओं के शब्दों के विश्लेषण के लिए कंप्यूटेशनल तरीके का प्रयोग किया। शोधकर्ताओं का कहना है कि भारतीय-अमेरिकी भाषाओं का मूल स्थान प्राचीन पश्चिमी एशिया का एंटोलिया है। हर महाद्वीप में बोली जाने वाली इन भाषाओं को करीब तीन अरब लोग बोलते हैं। यह शोध साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

    शोध के मुताबिक भारतीय-यूरोपीय के मूल को लेकर दो अवधारणा है। इन अवधारणाओं के परीक्षण के लिए शोधकर्ताओं ने एक जटिल तकनीक का प्रयोग किया, जिसमें बीमारियों के विकास और प्रसार और 103 प्राचीन और समकालीन भारतीय यूरोपीय भाषाओं की मूल शब्दावली का डाटा प्रयोग किया। शोधकर्ताओं ने पाया कि एंटोलिया को मूल स्थान मानने के लिए उन्हें निर्णायक समर्थन मिला।

    भाषा विज्ञानियों का मानना है कि मातृभाषा को बोलने वाले पहले लोग रथ खींचने वाले वे लोग थे जो पशुपालन से जुड़े थे। ये लोग चारे और पानी की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान का विचरण करते थे। ये लोग अपने गृहनगर से करीब चार हजार साल पहले काले सागर की ओर बढ़े और यूरोप और एशिया में जीत हासिल कर ली। जबकि एक प्रतिद्वंद्वी सिद्धांत इसके विपरीतहै। इसके मुताबिक पहले भारतीय-यूरोपीय बोलने वाले लोग करीब नौ हजार पहले एंटोलिया के अमनपसंद किसान थे। जिन्होंने अपनी भाषा का प्रसार कुदाल से किया, तलवार से नहीं। शोधकर्ताओं का कहना है कि अंग्रेजी, स्पेनिश, रूसी, ग्रीक और हिंदी के शब्द भले ही अलग-अलग सुनाई देती हो लेकिन इनमें कई समानताएं हैं। जैसे मदर शब्द को जर्मन में मुटर, रूसी में मैट, फारसी मे मदार और हिंदी में मां कहते हैं, लेकिन इन सभी का आपस में संबंध है। यह सभी भारतीय-यूरोपीय शब्द मेहटर से बने हुए हैं।

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