बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ते समय पलटा ट्रॉलर, एक मछुआरे की मौत
पश्चिम बंगाल में बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने के दौरान एक ट्रॉलर पलट गया। इस दुर्घटना में एक मछुआरे की मौत हो गई, जिससे क्षेत्र में शोक फैल गया। खराब मौसम के कारण ट्रॉलर पलटा, और अन्य मछुआरों को बचा लिया गया, लेकिन एक को बचाया नहीं जा सका।

एक मछुआरे की मौत। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाताः महानगर से सटे दक्षिण 24 परगना जिले के बक्खाली के पास बंगाल की खाड़ी में एक मछली पकड़ने वाला एक ट्रॉलर पलटने से एक मछुआरे की मौत हो गई जब कि एक मछुआरा अब भी लापता है। वहीं 16 मछुआरों को बचा लिया गया। बुधवार सुबह एक मछुआरे का शव मिला। एक अभी भी लापता है। प्रशासन ने लापता मछुआरे की तलाश शुरू कर दी है। पता चला है कि अन्य मछुआरे भी तलाश में मदद कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को हरिपुर के लालगंज से 23 मछुआरों को लेकर तीन ट्रॉलर गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए निकले थे। वे रात में बक्खाली के समुद्र तट से 35 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में एक जगह पहुंचे। हालांकि, वह जगह उथली बताई जा रही है। कुछ मछुआरे कम ज्वार के दौरान वहां जाल डालकर मछलियां पकड़ने लगे। हालांकि, उच्च ज्वार के दौरान गहराई का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। यहीं पर मंगलचंडी नाम का ट्रालर 18 मछुआरों के साथ समुद्र में पलट गया।
16 मछुआरों को बचा लिया गया
पता चला है कि हादसे के बाद 16 मछुआरे जान बचाने के लिए दूसरे ट्रॉलर पर आ गए, लेकिन फ्रेजरगंज तटीय थाने के विजयबाटी निवासी 37 वर्षीय कमल जाना नामक मछुआरे का शव बुधवार सुबह मिला। वहीं, 27 वर्षीय देबनाथ कर नामक मछुआरा लापता है जिसकी तलाश जारी है। दुर्घटनाग्रस्त ट्रालर को खींचने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें तट पर लाने के बाद यह जांच की जाएगी कि वे ट्रॉलर में तो फंसे नहीं है।
इस बीच, एक अन्य घटना में एक और मछुआरा डूब गया। 30 वर्षीय विशाल तिमसिना का घर नेपाल के तिचराम में है। वह व्यक्ति नेपाल से यहां आया था और मछुआरे का काम करता था। ज्ञात हुआ है कि विशाल एफ-बी भद्रकाली नामक ट्रॉलर का कर्मचारी था, जो हटानिया-दोवानिया नदियों के बीच खड़ा था।
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