जैसलमेर बस अग्निकांड: सरकार का ताबड़तोड़ एक्शन, परिवहन अधिकारी और सहायक निलंबित; जांच में हुआ बड़ा खुलासा
राजस्थान में जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर मंगलवार को हुए निजी एसी बस अग्निकांड में मृतकों की संख्या 21 हो गई है। 70 प्रतिशत से अधिक झुलसे चार लोग वेंटिलेटर पर हैं। राज्य सरकार ने सभी पंजीकृत बसों की जांच के निर्देश दिए हैं। पंजीयन करने वाले चित्तौड़गढ़ जिला परिवहन अधिकारी सुरेंद्र सिंह और सहायक अधिकारी चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया गया है।

जैसलमेर बस अग्निकांड में परिवहन अधिकारी व सहायक निलंबित (फोटो- एएनआई)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर मंगलवार को हुए निजी एसी बस अग्निकांड में मृतकों की संख्या 21 हो गई है। मंगलवार रात तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, जबकि बुधवार को 10 वर्षीय बच्चे युनूस की जोधपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई।
70 प्रतिशत से अधिक झुलसे चार लोग वेंटिलेटर पर हैं। 19 लोगों की मौत बस में ही जलने के कारण हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति ने एंबुलेंस में दम तोड़ दिया था। बस में लगी आग इतनी भीषण थी कि सभी शव सीटों से ही चिपक कर रह गए थे, जिन्हें निकालने में बचावकर्मियों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
मालिक ने बिना अनुमति बस को एसी में मोडिफाई किया था
शवों की पहचान के लिए जैसलमेर और जोधपुर में मृतकों के स्वजनों के डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस का पंजीयन चित्तौड़गढ़ में नान एसी श्रेणी में हुआ था, लेकिन मालिक ने बिना अनुमति इसे एसी में बदलवा (मोडिफाई) लिया था।
पंजीयन 21 मई को हुआ था। एक अक्टूबर को बस सड़क पर उतारी गई थी, जबकि 14 अक्टूबर को हादसा हो गया। नई बस में हुए इस बड़े हादसे ने निर्माण गुणवत्ता और तकनीकी निरीक्षण प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
राज्य सरकार ने सभी पंजीकृत बसों की जांच के निर्देश दिए
राज्य सरकार ने सभी पंजीकृत बसों की जांच के निर्देश दिए हैं। पंजीयन करने वाले चित्तौड़गढ़ जिला परिवहन अधिकारी सुरेंद्र सिंह और सहायक अधिकारी चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया गया है। इस बीच, बस में जिंदा जलने वाले राजेंद्र चौहान के भाई ने बस मालिक और चालक के खिलाफ जैसलमेर सदर थाने में मामला दर्ज कराया है।
चालक सवारियों को जलता छोड़ सीट से कूदकर भाग गया
चालक सवारियों को जलता छोड़ सीट से कूदकर भाग गया था। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि चलती बस में अचानक तेज आवाज आई, जिसके बाद एसी का कंप्रेसर फट गया और शार्ट सर्किट हो गया।
बस में केवल एक दरवाजा था, जिससे लोग बाहर नहीं निकल सके
गैस और डीजल के साथ मिलन से आग लगी। बस में केवल एक दरवाजा था, जिससे लोग बाहर नहीं निकल सके। उधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि बस की डिग्गी में पटाखे रखे थे, जिससे आग और तेजी से फैली।
मृतकों की संख्या को लेकर गफलत
हादसे में मृतकों की संख्या को लेकर बुधवार को भी गफलत रही। मंगलवार देर रात बस में 57 लोगों के सवार होने की बात कही गई थी, लेकिन बुधवार सुबह कहा गया कि 40 लोग सवार थे। आधिकारिक तौर पर अब तक 21 लोगों की मौत और 15 लोगों के जोधपुर अस्पताल में भर्ती होने की बात सामने आई है। आधा दर्जन लोग जैसलमेर अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि सात लोगों के लापता होने की बात भी सामने आ रही है। लापता लोगों के स्वजन अस्पतालों में अपनों को तलाश रहे हैं।
जयपुर में लो फ्लोर बस में लगी आग
जयपुर में बुधवार को सवारियों से भरी लो-फ्लोर बस में आग लग गई। बस से धुआं और आग की लपटें निकलती देख सवारियां हंगामा मचाने लगीं। बस को रोका गया तो सवारियां उतरीं और मौके पर मौजूद लोगों ने पानी से चिंगारी पर काबू पाया। बस की वाय¨रग में शार्ट सर्किट होने की बात सामने आई है।
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