Bengaluru Rain: बारिश का कहर झेलते बेंगलुरू के लिए मसीहा बने ट्रैक्टर, अगले दो-तीन दिनों तक जारी रह सकती है मुसीबत
भारतीय की आईटी राजधानी बेंगलुरूमें ट्रैक्टरों की सवारी एक सर्वव्यापी दृश्य हैं। शहर की निराशाजनक स्थिति ने टेक और स्टार्ट-अप के दिग्गजों को अपनी फैंसी कारों को छोड़कर ट्रैक्टरों पर सवारी करने के लिए मजबूर कर दिया है।

बेंगलुरु, आइएएनएस। भारी बारिश के कारण भारतीय की सिलिकान वैली कहे जाने वाले बेंगलुरु में जनजीवन ठप हो जाने के कारण ट्रैक्टर हीरों बन गए हैं। ट्रैक्टर शहर के हाई-टेक सर्कल में सबसे भरोसेमंद परिवहन माध्यम बन गए। बेंगलुरू की सड़कों पर खेतों और निर्माण स्थलों पर काम करने वाला ट्रैक्टर एक दुर्लभ दृश्य था लेकिन इस बारिश ने उसे हीरो बना दिया है।। शहर की हताश स्थिति ने तकनीक और स्टार्ट-अप को अपनी फैंसी कारों को छोड़ने के लिए मजबूर किया है।
बता दें सोशल मीडिया पर बेंगलुरू के तकनीकी विशेषज्ञों के वीडियो और फोटो की बाढ़ आ गई है जिसमें शहर के तकनीकी विशेषज्ञ और उनके मालिक ट्रैक्टर पर सवारी करते हुए देखे जा सकते हैं।
Unacademy के मालिक गौरव मुंजाल, पालतू कुत्ते के साथ के ट्रैक्टर की सवारी करते नजर आए तो वही अपग्रेड के भारत के सीईओ अर्जुन मोहनन ने भी कार्यालय पहुंचने के लिए ट्रैक्टर की थोड़ी मदद ली।
शहर के हवाई अड्डे से यात्रियों को ले जाने के लिए ट्रैक्टरों का नजारा एक आम दृश्य बन गया है। मोटर चालक, जो आमतौर पर शहर की सड़कों पर ट्रैक्टरों के यातायात को धीमा करने की शिकायत करते थे, अब ट्रैक्टरों को एक नई आशा की किरण के रूप में देख रहे हैं।
आईटी क्षेत्र के एक पेशेवर ने कहा, "अगर ये ट्रैक्टर न होते तो हम समय का प्रबंधन नहीं कर पाते।" पिछले एक हफ्ते से शहर में हो रही अभूतपूर्व बारिश के बाद भारत की आईटी राजधानी सचमुच घुटनों पर है। शहर की कई झीलों से बहने वाली बारिश और पानी ने सड़कों को नदियों में बदल दिया है, और घरों में पानी भर गया है। बाढ़ में डूबे बेंगलुरू में, ट्रैक्टर सबसे भरोसेमंद परिवहन बन गए हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की भविष्यवाणी की है, ऐसा नहीं लगता है कि बेंगलुरू का संकट जल्द ही खत्म होने वाला है।
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